धनबाद: वासेपुर के कुख्यात प्रिंस खान के गुर्गे फैसल को पुलिस ने दबोच लिया है. 26 जून की रात शमशेर नगर निवासी मछली कारोबारी रसीद महाजन के घर हुई फायरिंग और 27 जून की रात भूली आजाद नगर गफ्फार कॉलोनी में रहनेवाले अप्सरा ड्रेसेज के मालिक सलीम के घर फायरिंग में वह शामिल था. इस मामले में एक दिन पहले ही पुलिस ने प्रिंस खान के फुफेरे साला सहित चार को जेल भेजा था. इधर, पुलिस ने सरेंडर कर जेल जाने वाले प्रिंस के करीबी वाहिद को पांच दिनों के रिमांड पर लिया है.
पिछले दिनों जेल गए प्रिंस के रंगदारी वसूली का हिसाब-किताब रखने वाला कादरी नगर इमामबाड़ा गोंदूडीह केंदुआडीह निवासी सादाब उर्फ सद्दाम ने मटकुरिया रोड नबी नगर वासेपुर निवासी वाहिद के संबंध में कई खुलासे किए थे. बताया था कि उसी ने सद्दाम का परिचय प्रिंस खान से कराया था. प्रिंस खान के कहने पर वाहिद ने उसे और करीमगंज निवासी सबन खान को एक-एक कट्टा दिया था. प्रिंस का पैसा जगह-जगह से उठाने और इसे अलग-अलग जगहों पर पहुंचाने में भी वाहिद और सबन प्रमुख जिम्मेवारी निभा रहे थे. पुलिस सबन की भी तलाश में जुटी है. व्यवसायियों के घर हुई फायरिंग में भी सबन की भूमिका रही है.
अपराध की दुनिया में रंगदार बांट रहे नौकरियां धनबाद पुलिस प्रिंस खान गिरोह के 60 से अधिक लड़कों को जेल भेज चुकी है. इनमें से कई लड़के जेल से निकलते ही फिर से प्रिंस खान गिरोह के लिए काम करने लगते हैं तो कुछ शहर छोड़ देते हैं. एसएसपी संजीव कुमार ने बताया कि लगातार हो रही पुलिस कार्रवाई के कारण गिरोह के कई सदस्यों ने गिरोह से दूरी बना ली. हालांकि गिरोह के सदस्य नए-नए लड़कों को पैसों, कीमती मोबाइल और बाइक का लालच देकर उनसे अपराध करा रहे हैं.