झारखंड

राष्ट्रपति चुनाव : द्रौपदी मुर्मू की जीत तय करने को वोटिंग के गुर सीखेगी भाजपा

Rani Sahu
16 July 2022 8:28 AM GMT
राष्ट्रपति चुनाव : द्रौपदी मुर्मू की जीत तय करने को वोटिंग के गुर सीखेगी भाजपा
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दो दिनों बाद ही (18 जुलाई) राष्ट्रपति चुनाव के लिये वोट डाले जाने हैं

Ranchi. दो दिनों बाद ही (18 जुलाई) राष्ट्रपति चुनाव के लिये वोट डाले जाने हैं. इसके लिये प्रदेश भाजपा के सभी विधायक और सांसद अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने को जुट गये हैं. एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू की हर हाल में जीत तय करने को वोटिंग का पूरा पैटर्न समझने को अब सभी साथ बैठेंगे. वैसे पार्टी के सभी सांसद वोटिंग के लिये दिल्ली में जुट चुके हैं. इधर, शनिवार को पार्टी के सभी विधायक भाजपा प्रदेश कार्यालय में जुट रहे हैं. इसमें विधायक और राष्ट्रपति चुनाव के वोटिंग के लिये संयोजक बनाये गये अनंत ओझा सभी विधायकों को सुरक्षित वोटिंग करने की पूरी प्रक्रिया के बारे में बतलाएंगे. विधायक और सह संयोजक नवीन जायसवाल और भानू प्रताप शाही भी इसमें मदद करेंगे. आज के ट्रेनिंग प्रोग्राम के दौरान चुनाव से संबंधित तमाम तकनीकी पहलुओं को भी बताया जायेगा.

दिल्ली में हो चुका है प्रशिक्षण कार्यक्रम
गौरतलब है कि पिछले दिनों तीनों विधायकों (अनंत ओझा, भानू प्रताप शाही, नवीन जायसवाल) ने दिल्ली में पार्टी की ओर से आयोजित एक प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिस्सा भी लिया था. राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष और गजेंद्र सिंह शेखावत राष्ट्रपति चुनाव के प्रभारी ने इस दौरान देश भर से जुटे सभी विधायकों को संबोधित किया था. साथ ही चुनाव के तकनीकी पक्ष की जानकारी दी थी. अपने अपने राज्यों में वोट बढ़ाने के लिये अभियान चलाने का निर्देश दिया था. आदिवासी महिला उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के लिये 75 फीसदी वोट सुनिश्तचित करने का लक्ष्य तय किया गया.
प्रशिक्षण कार्यक्रम के बाद भानू प्रताप शाही ने कहा था कि वे कांग्रेस के लोगों से भी बात करेंगे. मंत्री रामेश्वर उरांव आदिवासी समाज के बड़े नेता हैं. पैरोकारों में से भी हैं. आदिवासी हित की बात करते रहे हैं. ऐसे में उन्हें सामने आना चाहिये. इसके अलावे दूसरे कई नेता भी हैं. उनसे भी आग्रह होगा. इसके बाद सोशल मीडिया के जरिये भी भानू ने रामेश्वर उरांव से आदिवासी हित में द्रौपदी को सपोर्ट करने की अपील की है.
एनडीए के पास हैं इतने वोट
गौरतलब है कि एक विधायक के वोट का मूल्य 176 होता है. पूर्व में एनडीए के पास कुल 16480 (आजसू और दो निर्दलीय मिलाकर) का आंकड़ा था. अब झामुमो ने भी 15 जुलाई को द्रौपदी को समर्थन देने की घोषणा कर दी है. इसके बाद कुल वोटों का मूल्य 23860 हो चुका है. झारखंड में कुल वोटों का मूल्य 28256 है (सभी विधायक और सांसदों को मिलाकर). इस हिसाब से द्रौपदी को झारखंड से तीन चौथाई से ज्यादा वोट मिलना तय है.


Rani Sahu

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