केके पॉलीटेक्निक उप डाकघर में हुए घपले की राशि बढ़ने की संभावना
धनबाद: केके पॉलीटेक्निक उप डाकघर में हुए घपले की राशि बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। जानकारी मिली है कि घोटाले की राशि को डाक विभाग के इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक (आईपीपीबी) के जरिए कई बैंकों में भेजा गया। वहां चार करोड़ से अधिक की निकासी हुई है। जांच के दौरान 79 खाता से ट्रांजेक्शन का पता चला है। इन खातों को डाक विभाग ने फ्रीज कर दिया है। फ्रीज किए गए खातों से लेन-देन की जांच की जा रही है। संभावना है कि कई और खातें फ्रीज किए जाएंगे। जैसे-जैसे जांच का दायरा बढ़ रहा है, घोटाले की राशि भी बढ़ती जा रही है। इधर, घोटाले की रिपोर्ट डाक विभाग सर्किल कार्यालय रांची भेजकर जल्द ही सीबीआई जांच के लिए अनुंशसा की जाएगी। इसके लिए फाइल तैयार की जा रही है।
जांच में कई बैंक नहीं कर रहे सहयोग विभागीय अधिकारी का कहना है कि केके पॉलीटेक्निक उप डाकघर के सहायक पोस्टमास्टर सुमित सौरभ कुमार, शंकर भाटिया, भरत प्रसाद रजक, परितोष लकड़ा चिह्नित किए गए हैं, लेकिन जांच में कई और अधिकारियों-कर्मचारियों की गर्दन फंसने की संभावना है। कुछ का नाम भी सामने आया है, लेकिन उस पर जांच चल रही है। जल्द ही इनलोगों पर भी प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। सुमित ने सरकारी राशि को गबन करने के लिए इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक का सहारा लिया।
विभाग की जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि उप डाकघर में बैठे सुमित ने घोटाले की चार करोड़ से अधिक की राशि को इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक के 79 से अधिक खातों में भेजी। यहां से लोगों ने एसबीआई, एचडीएफसी, एक्सिस, बंधन सहित अन्य बैंक में ट्रांजेक्शन कर राशि निकाली गई। इसमें कई निजी बैंक हैं, जो जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं अन्यथा और भी बहुत कुछ सामने आता। जांच में सहयोग करने के लिए बैकों को लगातार पत्राचार किया जा रहा है। खासकर निजी बैंक जांच में सहयोग नहीं कर रहें है। साथ ही कहा कि कुछ खाता में राशि लाखों रुपये पड़े है। जिसे फ्रीज कर दिया गया है। वहीं आमलोगों से भी अनुरोध किया गया कि जिनके खाते में अचानक लाखों रुपये पहुंचे हैं, वे तत्काल डाक विभाग में सूचित करें।