झारखंड
झारखंड में सियासी हलचल तेज, हेमंत सोरेन पर आज फैसले की घड़ी, जानें कब क्या हुआ
Renuka Sahu
26 Aug 2022 3:26 AM GMT
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फाइल फोटो
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की कुर्सी पर संकट के बादल गहरा गए हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की कुर्सी पर संकट के बादल गहरा गए हैं। चुनाव आयोग (ईसीआई) ने मुख्यमंत्री सोरेन को जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 9 (ए) के तहत दोषी मानते हुए उन्हें विधायक के पद से अयोग्य किए जाने का मंतव्य राज्यपाल रमेश बैस को सौंप दिया है। अब आखिरी फैसला राज्यपाल के हाथ में है। राजभवन के फैसले पर सभी की निगाहे हैं। माना जा रहा है कि राज्यपाल रमेश बैस आज आयोग की रिपोर्ट पर निर्णय दे सकते हैं। वहीं सीएम का कहना है कि अगर उन्हें विधायक के रूप में अयोग्य घोषित किया जाता है तो वे सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। वहीं पार्टी का कहना है कि सरकार को कोई खतरा नहीं है, हमारे पास पूर्ण बहुमत है। इसी बीच ऐसी अटकले हैं कि सोरेन अपनी जगह पत्नी कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बना सकते हैं। -
कब क्या हुआ
- 10 फरवरी- पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने हेमंत पर मुख्यमंत्री रहते खनन लीज लेने का मामला उठाया।
- 11 फरवरी- बीजेपी नेताओं ने राज्यपाल से हेमंत सोरेन की शिकायत की। उन्हें खनन पट्टे के दस्तावेज सौंपते हुए सीएम की विधायकी रद्द करने की मांग की। शपथ पत्र में जानकारी छिपाने का भी आरोप लगाया।
- 2 मई- आयोग ने सीएम को नोटिस भेजकर पूछा- क्यों न विधायकी से अयोग्य करार दिया जाए।
- 18 अगस्त- चुनाव आयोग ने सुनवाई पूरी करते हुए अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था।
- 25 अगस्त- चुनाव आयोग ने सीलबंद लिफाफे में अपनी रिपोर्ट झारखंड के राजभवन को भेजी।
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