झारखंड

झारखंड में ईडी की कार्रवाई के बाद राजनैतिक सरगर्मी बढ़ी, महंगाई को लेकर सत्ता और विपक्ष के बीच जुबानी जंग तेज

Renuka Sahu
11 May 2022 5:57 AM GMT
Political agitation increased after ED action in Jharkhand, war of words between power and opposition intensified over inflation
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फाइल फोटो 

झारखंड में भ्रष्टाचार और महंगाई को लेकर सूबे के सत्ताधारी व विपक्षी दल के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। झारखंड में भ्रष्टाचार और महंगाई को लेकर सूबे के सत्ताधारी व विपक्षी दल के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। मंगलवार को सत्ताधारी झामुमो-कांग्रेस के नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बढ़ती महंगाई के मुद्दे पर भाजपा को घेरा। नेताओं ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार महंगाई पर लगाम नहीं लगा पा रही और मुद्दे से भटकाने के लिए भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर दिखावा कर रही है। इसके उलट भाजपा ने सत्ताधारी दलों पर आरोप लगाया कि राज्य सरकार पेट्रोल-डीजल पर वैट कम नहीं कर पाई, इसलिए उसे महंगाई पर बोलने का हक नहीं है।

महंगाई से ध्यान भटकाने के लिए रचा जा रहा षड्यंत्र : झामुमो-कांग्रेस
झारखंड में सियासी शोर के बीच झामुमो और कांग्रेस ने संयुक्त रूप से भाजपा पर निशाना साधा है। झामुमो मुख्यालय में मंगलवार को सत्तासीन दलों के नेताओं ने भाजपा पर आरोप लगाया कि देश में आम लोग महंगाई की मार से परेशान हैं, लेकिन भाजपा बुनियादी सवालों को गौण करने के लिये साम्प्रदायिकता को मुद्दा बनाकर लोगों को भ्रमित करने का षड्यंत्र रच रही है।
इस दौरान ऐलान किया कि लोकतंत्र को कमजोर करने की भाजपा की साजिश का पर्दाफाश करने के लिये आंदोलन तेज करने के लिये सड़कों पर उतरकर मुंहतोड़ जवाब देंगे।
झामुमो विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि भाजपा के आरोपों के आधार पर राज्यपाल ने चुनाव आयोग से परामर्श मांगा है। विश्वास है कि संस्थायें कानून के तहत अपना काम करेंगी। यदि खनन लीज मामले में फैसला संविधान के आलोक में ही आयेगा। ऐसा नहीं हुआ तो झामुमो न्यायिक समीक्षा के लिये जाएगा।
भाजपा को मुंहतोड़ जवाब देंगे
कांग्रेस विधायक डॉ इरफान अंसारी ने बाबूलाल मरांडी पर निशाना साधते हुये कहा कि उनका कोई आधार नहीं है। उन्हें 2002 में भाजपा ने ही हटाया था। बाबूलाल खुद रघुवर के विरोधी रहे हैं। भाजपा आदिवासी मुख्यमंत्री के नेतृत्व को पचा नहीं पा रही है। इसलिये तरह तरह के प्रपंच रच कर हेमंत सरकार को अस्थिर करने के प्रयास में दिन रात जुटी है। आईएएस पूजा सिंघल पर ईडी का शिकंजा कसने पर व्यंग करते हुये कहा कि नेता बदनाम हो जाता है असली चोर सामने आ गया।
डॉ. इरफान ने कहा कि सीएम चुनाव आयोग के नोटिस का जवाब देंगे। दो मई को उनकी अनुपस्थिति में नोटिस मिला। वह अपनी मां के उपचार के लिये हैदराबाद में थे। उन्होंने निर्वाचन आयोग के सवाल का जवाब देने के लिये अध्ययन और चिंतन का समय मांगा है, लेकिन चुनाव आयोग के बहाने सत्ता पर काबिज होने का भाजपा का सपना अधूरा ही रहेगा।
भ्रष्टाचार के संरक्षण में झामुमो और कांग्रेस आये एक मंच पर : भाजपा
इधर झारखंड भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने राज्य की सत्ताधारी पार्टी झामुमो और कांग्रेस पर पलटवार किया है। भाजपा प्रदेश कार्यालय में मंगलवार को प्रेसवार्ता में वे झामुमो-कांग्रेस के आरोपों का जवाब दे रहे थे। सिन्हा ने कहा कि 28 महीने के कार्यकाल में जनता के सवालों पर कांग्रेस और झामुमो कभी एकसाथ मंच पर नही दिखे, लेकिन आज भ्रष्टाचारियों के संरक्षण में साथ-साथ दिखने लगे हैं। प्रवक्ता ने कहा कि यह इनका पुराना इतिहास रहा है। झारखंड आंदोलन के क्रेता और विक्रेता की दोस्ती पुरानी है। प्रेसवार्ता में मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक भी उपस्थित थे। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि झारखंड की जनता को अपनी नाकामी, विफलता और भ्रस्टाचार के मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिये कांग्रेस झामुमो को महंगाई की याद आ रही है। उन्होंने कहा कि जनता को केंद्र की यूपीए सरकार के कारनामे बखूबी याद हैं, जिसमे महंगाई दर हमेशा दो अंकों में रही। घोटालों की श्रृंखला खड़ी होती रही। उन्होंने कहा कि आज विषम परिस्थितियों, कोस्ररोना संकट के बीच भी महंगाई दर सिंगल डिजिट में है। देश की सभी विकास योजनाएं तेज गति से संचालित हो रही हैं। देश मे पूंजी निवेश बढ़ा है। मेक इन इंडिया की रफ्तार तेज हुई है। सड़क,बिजली,पानी, रक्षा क्षेत्र, उद्योग, सभी क्षेत्रों में विकास हो रहा है। गरीबों के आवास,आयुष्मान योजना, 80 करोड़ लोगों को पांच किलो मुफ्त अनाज जैसी कल्याणकारी योजनाएं भी चल रही हैं। देश में 175 करोड़ डोज मुफ्त टीकाकरण हो चुका है।
पेट्रोल-डीजल से वैट क्यों नहीं घटाया जा रहा है ?
प्रदीप सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस और झामुमो को यदि महंगाई की इतनी ही चिंता है तो राज्य में कम से कम पेट्रोल और डीजल से वैट क्यों नहीं घटाया जा रहा है। इनकी 25 रुपये सब्सिडी की योजना तो पूरी तरह विफल साबित हुई।
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