जमशेदपुर न्यूज़: ग्रामीण इलाको में पुलिस नाबालिग लड़कियों की काउंसिलिंग करेगी. उन्हें बैड टच, गुड टच के साथ-साथ खुद को बचाने और किसी के बहकावे में नहीं आने की जानकारी देगी. इसके लिए पुलिस की टीम पहले उस थाना को सूचित करेगी, जहां काउंसिलिंग करनी है.
इसके बाद उस इलाके के स्कूलों व गांव में जाकर लड़कियों को एकत्रित कर उन्हें जागरूक करेगी. एक साल के आंकड़ों के अध्ययन के बाद पुलिस को पता चला है कि ग्रामीण इलाके में शादी का झांसा देकर यौन शोषण के मामले सबसे अधिक हुए हैं. इनमें ज्यादातर नाबालिग हैं. पहले उन्हें प्यार के झांसे में लिया जाता है और बाद में उनके साथ गलत किया जाता है. इसका पता तब चलता है जब वे या तो गर्भवति हो जाती हैं या फिर उनके परिजन उन्हें पकड़ते हैं. ऐसी स्थिति में अधिकांश मामले गांव की पंचायत में ही सुलझ जाते हैं. पंचायत में मामला नहीं सुलझने पर पुलिस के पास मामला पहुंचता है.
जागरूकता अभियान भी: पुलिस नाबालिग लड़कियों को जागरूक करने के लिए उन्हें गलत सही का पाठ पढ़ाएगी. इसके लिए 8 से 12 वर्ष की लड़कियों की काउंसलिंग की जाएगी. शहरी और गामीण इलाके की महिला थाना के साथ महिला अधिवक्ता, महिला काउंसलर की भी मदद ली जाएगी.
नाबालिग लड़कियों को जागरूक किया जाएगा. पुलिस सुरक्षा के साथ सामाजिक दायित्वों का भी निर्वहन करती है और काउंसिलिंग इस दिशा में एक पहल है. - प्रभात कुमार, एसएसपी, जमशेदपुर