झारखंड

पुलिस ने हॉस्टल के कमरे को किया सील

Admin Delhi 1
21 Jan 2023 7:19 AM GMT
पुलिस ने हॉस्टल के कमरे को किया सील
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जमशेदपुर न्यूज़: नगड़ी थाना क्षेत्र के नयासराय स्थित आईआईएम के सेकेंड ईयर के छात्र शिवम कुमार की संदेहास्पद स्थिति में मौत मामले की एसआईटी ने जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने हॉस्टल के जिस कमरे से शिवम का शव बरामद किया है, उसे सील कर दिया है. वहीं पुलिस ने मामले में संस्थान के छात्र व छात्राओं से पूछताछ की है. पूछताछ के दौरान पुलिस को कई अहम जानकारी मिली है.

पुलिस को पता चला है कि रात संस्थान में एक पार्टी हुई थी, जिसमें शिवम भी शामिल हुआ था. उस पार्टी में शामिल होने के बाद शिवम अपने एक दोस्त के कमरे में गया था. देर रात तक उसी दोस्त के कमरे में वह था. इस बीच शिवम ने अपने दोस्त से यह बात कहा था कि दो-तीन दिन में वह कुछ बड़ा करने वाला है. हालांकि पुलिस हॉस्टल का सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है. फुटेज से विद्यार्थियों के बयान की सत्यता का पता चलेगा. वहीं पुलिस अन्य पहलुओं पर भी जांच कर रही है.

चैट और कॉल हिस्ट्री निकालने की जुगत में एसआईटी ग्रामीण एसपी की ओर से गठित एसआईटी ने छात्र शिवम के मोबाइल की जांच की. हालांकि बड़ी कंपनी का मोबाइल फोन होने की वजह से उसका लॉक नहीं खुला. टेक्निकल सेल की मदद से फोन को अनलॉक करने की कोशिश की जा रही है. जैसे ही फोन अनलॉक हो जाएगा, पुलिस को वह सभी जानकारियां हासिल हो जाएंगी, जो जांच में आगे मदद करेंगी.

पुलिस को यह भी जानकारी मिल जाएगी कि शिवम से चैट के दौरान क्या-क्या बातें, किनसे हुई थीं. वहीं, दूसरी तरफ एसआईटी ने शिवम का कॉल डिटेल निकाल लिया है, जिसका बारीकी से अध्ययन किया जा रहा है. पुलिस को पता चला है कि शिवम रातभर ऑनलाइन था.

की भोर चार बजे उसके मोबाइल से किसी की बात हुई है. लॉक खुलने के बाद किस नंबर पर बात हुई है. इसका भी पता चल जाएगा.

पुलिस के आने से पहले फंदे से उतार दिया शव दरअसल पुलिस को जांच के दौरान शिवम के कमरे से कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला था. शिवम अपने हॉस्टल के कमरे में फांसी के फंदे से लटका मिला था और उसके दोनों हाथ बंधे हुए थे. वहीं, बिना पुलिस को सूचना दिए ही संस्थान के प्रबंधन ने कमरे का दरवाजा तोड़कर शव को फंदे से उतारा. यह दो प्रमुख तथ्य हैं, जो किसी साजिश की तरफ इशारा करते हैं. शिवम के परिजनों ने इसी वजह से थाने में हत्या की प्राथमिकी दर्ज करवाई है. अब पूरी जिम्मेवारी रांची पुलिस की एसआईटी की है, जो सारे तथ्यों की पड़ताल करते हुए मामले के असली पहलुओं को उजागर करे.

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