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रांची: राजधानी रांची के ग्रामीण इलाकों में घरों में चोरी की वारदात को अंजाम देकर घर को आग के हवाले करने वाले चोर गिरोह का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है. रांची के ग्रामीण इलाकों में सक्रिय यह चोर गिरोह पहले तो घर में चोरी की वारदात को अंजाम देता था और फिर घर में आग लगाकर फरार हो जाता था. पुलिस लंबे अरसे से इस गिरोह में शामिल अपराधियों की तलाश कर रही थी.
लोहरदगा से हुई गिरफ्तारी: रांची के ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि हाल के दिनों में राजधानी में चोरी के बाद आग लगी की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा था, खासकर ग्रामीण इलाकों से ऐसे कई मामले रिपोर्ट हुए थे. पुलिस गिरोह के अपराधियों की तलाश में जुटी हुई थी, लेकिन उनका रांची से कोई लिंक नहीं मिल पा रहा था. टेक्निकल सपोर्ट के आधार पर पुलिस को जानकारी मिली कि राजधानी में चोरी के बाद घर में आग लगाने वाला चोर गिरोह लोहरदगा से ताल्लुक रखता है. जानकारी मिलने पर रांची पुलिस की एक टीम ने लोहरदगा में छापेमारी कर सज्जाद अंसारी और अजय उरांव को गिरफ्तार कर लिया. हालांकि इस गिरोह के बाकी सदस्य अभी भी फरार हैं.
आमतौर पर चोर जब भी चोरी की वारदात को अंजाम देते हैं तो घटनास्थल से फटाफट फरार होने की जुगत में रहते हैं, लेकिन यह चोर गिरोह इसके ठीक उलट काम किया करता था. गिरोह के सदस्य वैसे घरों को निशाना बनाते थे जिनके सदस्य घर बंद कर दूसरे शहर में होते थे. चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद यह गिरोह घर में रखें खाने को बैठ कर आराम से खाते थे, उसके बाद वे शराब पीते थे, फिर सभी कीमती सामान बैग में भरकर घर में केरोसिन छिड़ककर उसमें आग लगा देते थे और फिर मौके से फरार हो जाते थे.
बाइक से आते थे रांची: रांची के ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि यह गिरोह स्पीड बाइक के जरिए लोहरदगा से रांची पहुंचते थे, रांची में रहने वाले उनके कुछ सहयोगी वैसे घरों को टारगेट पर रखते थे जिनमे ताला बंद होता था. चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद गिरोह के सभी सदस्य उसी रात लोहरदगा भाग जाते थे.
एडवांस पैसे ले कर करते थे चोरी: पुलिस के पूछताछ में यह जानकारी भी सामने आई है इस गिरोह के पीछे एक साथ ही आदमी का हाथ है जो लोहरदगा का ही रहने वाला है. वह इन चोरों को एडवांस में पैसे दिया करता था ताकि वे चोरी की घटनाओं को अंजाम दे. चोरी के दौरान जो कीमती सामान इस गिरोह के हाथ लगते थे वे सभी सामान वे लोहरदगा के रहने वाले उस शख्स के हवाले कर देते थे. पुलिस इस गिरोह के सरगना की तलाश में जुटी हुई है. सरगना भी लोहरदगा जिले का ही रहने वाला है.
एक लाख का जेवर बेच देते थे दस हजार: पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार चोरों ने कई खुलासे किए हैं. गिरफ्तार सज्जाद और अजय ने पुलिस को यह बताया है कि वे लोग चाहे कितनी भी कीमती जेवर क्यों ना हो उसे मात्र 10 हजार में बेच दिया करते थे. रांची के रातू इलाके में इस गिरोह ने आतंक मचा रखा था, रातू के लगभग आधा दर्जन घरों में इस गिरोह ने चोरी की वारदात के बाद अगलगी की घटना को अंजाम दिया था.
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