पुलिस ने अधिवक्ता को गोली मारने के मामले में 4 को किया गिरफ्तार
रांची: सुखदेवनगर थाना क्षेत्र में आठ दिन पहले अधिवक्ता रवि शंकर मिश्रा को गोली मारकर घायल करने के मामले में रविवार की रात में पुलिस ने शूटर समेत चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार, इसमें साजिशकर्ता भी शामिल है। बताया जा रहा है कि अधिवक्ता के साथ पैसा को लेकर साजिशकर्ता का विवाद चल रहा था। अधिवक्ता को मारने के लिए साजिशकर्ता ने शूटरों से संपर्क किया। पैसा देकर अधिवक्ता को मारने को कहा। घटना वाली रात भी पैसा को लेकर साजिशकर्ता का काफी झगड़ा भी हुआ है। इसके बाद अधिवक्ता अपने घर जाने लगे।
इसी दौरान शूटरों ने उन्हें गोली मारकर घायल कर दिया था। बता दें कि सुखदेवनगर थाना क्षेत्र के चूना भट्टा संस्कृत विद्यालय गली में 11 फरवरी की रात अधिवक्ता रवि शंकर मिश्रा को अपराधियों ने गोली मारकर घायल कर दिया था। वह अपने बिजनेस पार्टनर विक्रम अग्रवाल से मिलकर लौट रहे थे। इस घटना में अधिवक्ता को कमर के नीचे गोली लगी। हो-हल्ला होने के बाद अपराधी मौके से फरार हो गए। मामले में विक्रम अग्रवाल के बयान पर केस दर्ज हुआ था। इसी मामले में पुलिस ने महिला अधिवक्ता को हिरासत में लेकर प्रताड़ित किया था। प्रताड़ना से तंग आकर अधिवक्ता ने नींद की गोली खाकर आत्महत्या का प्रयास किया था।
इंस्पेक्टर पर कानूनी कार्रवाई हो संगठन: रांची सदान विकास परिषद ने महिला अधिवक्ता को मानसिक तौर पर प्रताड़ित करने वाले सुखदेवनगर थाना के पूर्व थानेदार पर कार्रवाई करने की मांग की है। संगठन के अध्यक्ष सह अधिवक्ता प्रो पांडे हिमांशु नाथ राय, अरुण कश्यप, डॉ सत्य प्रकाश मिश्रा ने कहा है कि सुखदेवनगर थाना के पदाधिकारी के द्वारा जिस तरह महिला अधिवक्ता को प्रताड़ित किया गया है, इसकी न्यायिक जांच कराकर दोषी को सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मामले में एसएसपी द्वारा पुलिस इंस्पेक्टर को लाइन बुलाना दंड नहीं, बल्कि आइवाश है।