धनबाद न्यूज़: शहर से बस डिपो को बाहर करने की योजना जमीन नहीं मिलने के कारण अटक गई है. किसी बड़े शहर में बस डिपो को शहर से बाहर रखा जाता है. मिलेनियम सिटी में शामिल धनबाद में कहानी थोड़ी उलटी है. यहां शहर के बीचोबीच बस डिपो रखा गया है. बिहार, बंगाल और ओडिशा से आनेवाली गाड़ियों की वजह से शहर में जाम लगता है. बरटांड़ बस डिपो को बाहर करने की योजना बीते पांच साल से फाइलों में ही दौड़ रही है. बरवाअड्डा से ढाई किलोमीटर की दूरी पर पंडुकी में विश्वस्तरीय इंटर स्टेट बस टर्मिनल बनाने की योजना है. बस टर्मिनल के लिए चिह्नित 7.5 एकड़ जमीन में से 1.69 एकड़ जमीन सरकारी है. बाकी जमीन रैयत से खरीदने के लिए नगर निगम ने जिला भू-अर्जन विभाग को 12 करोड़ 66 लाख का भुगतान कर दिया है. पांच साल से यह योजना जमीन अधिग्रहण के अभाव में लटकी थी. आईएसबीटी के निर्माण में लगभग 50 करोड़ खर्च होने का अनुमान है. पंडुकी में बस स्टैंड, टिकट काउंटर, रेस्ट रूम समेत सर्विस सेंटर होंगे. जूडको कंपनी को डीपीआर बनाने की जिम्मेदारी दी गई है. जमीन अधिग्रहण के बाद निर्माण के लिए टेंडर निकाला जाएगा. निगम ने पांच साल पहले यह योजना का प्रस्ताव तैयार किया था. इसके लिए सरकार से मंजूरी भी मिली,लेकिन जमीन के अभाव में योजना लटकी हुई है.
दूसरे राज्यों से आनेवाली गाड़ियां रुकेंगी
आईएसबीटी बनने के बाद से दूसरे राज्यों से एनएच-2 पर आनेवाली गाड़ियां वहीं रुकेंगी. इससे शहर में जाम से राहत मिलेगी. बंगाल और बिहार से जो बसें धनबाद बस डिपो आकर रुकतीं है, अब वह वहीं रुकेंगी. राजगंज से महुदा तक बन रहे एनएच-32 के रास्ते वे रांची के लिए निकल जाएंगी.
पंडुकी में इंटर स्टेट बस टर्मिनल के लिए जमीन चिह्नित है. निगम को कुछ जमीन का अधिग्रहण करना है. इसके लिए जिला भू-अर्जन विभाग को 12 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है. जमीन अधिग्रहण के बाद ही टेंडर निकाला जाएगा.
मो. अनीस कार्यपालक पदाधिकारी, धनबाद नगर निगम