परसूडीह, दुकानदारों को थमाया जा रहा दुकान तोड़ने का नोटिस
धनबाद न्यूज़: परसूडीह हाट-बाजार के दुकानदारों को दुकान तोड़ने का नोटिस थमाया जा रहा है. कुल 198 दुकान व गोदाम को तोड़ना है. इस परिसर में कुल इतने ही दुकान-गोदाम हैं, जो पूरी तरह जर्जर हो चुके हैं.
बाजार समिति की ओर से नोटिस बांटने के बाद तोड़ने का काम कभी भी शुरू किया जा सकता है. समस्या है कि अभी भी इस परिसर में दुकानदार व्यवसाय कर रहे हैं. चेतावनी के बावजूद उन्होंने परिसर को खाली नहीं किया है. पहले से जर्जर भवन बरसात में और खतरनाक हो सकता है. और मरम्मत से भी यह ठीक होने वाला नहीं है. परसूडीह हाट-बाजार का निर्माण 1992 में किया गया था. 1996 से इसमें किराया वसूली शुरू हुई. शुरू में सवा रुपए प्रति वर्गफीट किराया था. बाद में यह बढ़कर दो रुपए और फिलहाल चार रुपए प्रति वर्गफीट किराया है.
74 हजार रुपये से हुआ था बाजार का निर्माण
हाट बाजार का निर्माण मात्र 74 हजार रुपए से हुआ था. इसमें 37 हजार रुपए व्यवसायियों ने अंशदान दिया था जबकि इतनी ही रकम बाजार समिति ने लगाई थी. आरंभ में दुकानदारों के अंशदान की भरपाई किराये से की गई. भरपाई के बाद किराया वसूली शुरू हुई थी.
भवन निर्माण विभाग ने किया जर्जर घोषित, जांच को कहा
इस भवन को भवन निर्माण विभाग के जमशेदपुर प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता ने जर्जर घोषित किया है. कार्यपालक अभियंता को बाजार समिति की ओर से जांच करने के लिए कहा गया था. जांच पड़ताल के बाद उन्होंने रिपोर्ट दी है कि अब इसकी मरम्मत संभव नहीं है. इस प्रकार यह मात्र 30 साल पुराना भवन है. परंतु समय-समय पर मरम्मत नहीं होने के कारण इसकी स्थिति जर्जर हो गई.