राँची न्यूज़: अरगोड़ा स्थित सर्व कामद महादेव मंदिर की चहारदीवारी तोड़ने पर लोगों ने जमकर विरोध किया. इसे लेकर स्थानीय लोग सड़क पर उतर आए. इसके बाद झारखंड राज्य आवास बोर्ड और पुलिस प्रशासन की टीम को बिना कार्रवाई वापस लौटना पड़ा.
लोगों के मुताबिक यह जमीन झारखंड राज्य आवास बोर्ड ने 1992 में अरगोड़ा हाउसिंग कॉलोनी के लोगों को सार्वजनिक स्थल के रूप में आवंटन की थी. यहां मंदिर निर्माण के साथ छठ घाट का निर्माण किया गया है. इधर, लोगों ने आवास बोर्ड पर आरोप लगाया कि बोर्ड ने गैरकानूनी तरीके से जमीन किसी को आवंटित कर दी है.
अधिकारी काम छोड़ चले गए लोगों ने कहा कि नाली सफाई के बहाने पदाधिकारी बिना सूचना आए और मंदिर की दीवार तोड़ दी. विरोध किया तो काम अधूरा छोड़कर चले गए. वहीं, बोर्ड के पदाधिकारी, पुलिस प्रशासन की टीम के साथ चाहरदीवारी तोड़ने पहुंचे. इसका दोबारा लोगों ने विरोध किया. वहीं, इसकी सूचना झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के महासचिव विनय सिन्हा को दी. लोगों ने बताया कि कांग्रेस महासचिव ने बोर्ड के प्रबंध निदेशक अमित कुमार से दूरभाष पर बातचीत की. जिसके बाद टीम के पदाधिकारियों को लौटने का निर्देश दिया गया और टीम लौट गई. लोगों ने कहा कि इस मामले में हाईकोर्ट में पीआईएल भी दाखिल की गई है.