सरकारी सुविधाओं के नाम पर केवल पानी और बिजली कनेक्शन, जल निकासी की उचित व्यवस्था नहीं
जमशेदपुर न्यूज़: स्वर्णरेखा नदी के तट पर लगभग 60 साल पहले बसी भुइयांडीह के पांच हजार से अधिक लोग हर साल जलभराव से प्रभावित होते हैं. बरसात शुरू होते ही यहां के लोग अपने घरों से सामान हटाने लगते हैं. अबतक मोहल्ले में पानी निकासी की कोई खास व्यवस्था नहीं की गई है. बस्ती के घरों का पानी छोटी नालियों से ही होकर गुजरता है. सरकारी सुविधा की बात करें तो यहां की बस्तियों में केवल पानी और बिजली का कनेक्शन ही दिया गया है.
बता दें कि बस्ती में भुइयां समाज के लोगों की अधिकता के कारण इसका नाम भुइयांडीह पड़ गया. वहीं, पूर्व मंत्री दुलाल भुइयां भी यहीं रहते हैं. इसके बाद भी बस्ती में मौलिक सुविधाएं बहाल नहीं हो पाई. बारिश का मौसम शुरू होते ही इस बस्ती के लोग दहशत में आ जाते हैं. 50 हजार से अधिक आबादी वाली बस्ती में ड्रेनेज की कोई व्यवस्था नहीं है. बस्ती में छोटी-छोटी नालियां हैं, जो गंदगी से अटी पड़ी है. बारिश होते ही पानी सड़कों पर बहने लगता है. नदी तट तक मकान बने हुए हैं, जहां बारिश में 5 हजार से अधिक लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता हैं. उनके घरों में पानी घुस जाता है.
बस्ती में स्थानीय निकाय की ओर से साफ-सफाई कराई जाती हैं, लेकिन सफाई नियमित नहीं होती है. सरकारी सुविधाओं के नाम पर सिर्फ पानी और बिजली कनेक्शन है.
, पर ड्रेनेज सिस्टम बेहतर नहीं है. खटालों से निकलने वाले गोबर नालियों में सूखकर जाम हो जाती है. बारिश होते ही नाला उफनने लगता है.
ड्रेनेज सिस्टम खुला होने के कारण गंदगी भर जाती है. सफाई कर्मी भी झाडू मारकर नाले में ही कचरा गिरा देते हैं, जो धीरे-धीरे भर जाता है.
-रानीबाला पांडेय