धनबाद न्यूज़: लिंग परीक्षण की सटीक सूचना देने वालों को एक लाख रुपए का पुरस्कार मिलेगा. यह राशि मुखबिर योजना के तहत दी जाएगी. लिंग परीक्षण रोकने के लिए यह योजना शुरू कर दी गई है. इस योजना को शुरू करने का निर्णय सिविल सर्जन कार्यालय में आयोजित पीसी एंड पीएनडीटी जिला सलाहकार समिति की बैठक में लिया गया. इस बैठक की अध्यक्षता सिविल सर्जन डॉ आलोक विश्वकर्मा कर रहे थे.
बैठक में शामिल कार्यपालक दंडाधिकारी कुमार बंधु कच्छप, डॉ विकास कुमार राणा, नीता सिन्हा, आरके श्रीवास्तव, डेमियन सोशल वेलफेयर के मंताज अंसारी समेत अन्य सदस्यों को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन ने कहा कि लिंग परीक्षण या लिंग निर्धारण कानूनन अपराध है. बावजूद जिले के विभिन्न क्षेत्रों में अवैध तरीके से लिंग परीक्षण की सूचना मिल रही है. इसे रोकने के लिए राज्य सरकार ने मुखबिर योजना शुरू की है. योजना के तहत लिंग परीक्षण करने वाले सेंटरों की सटीक सूचना देने वाले को एक लाख रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा. लिंगानुपात में सुधार को लेकर स्कूलों और कॉलेजों में जागरुकता कार्यक्रम करने का भी निर्णय लिया गया है. इसके अलावा बैठक में नगर निगम की गाड़ियों में बेटी बचाओ के संबंधित प्रचार प्रसार करने पर भी विमर्श किया गया. जिले में संचालित अल्ट्रासाउंड केंद्रों के चिकित्सकों एवं संचालकों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने केंद्र में पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट के दंड प्रावधानों से अवगत कराने वाले पोस्टर लगाएं.
मुखबिर योजना के तहत कोई भी व्यक्ति 104 डायल कर लिंग परीक्षण की सूचना दे सकता है. इसके अलावा जिला समुचित पदाधिकारी को भी जानकारी दी जा सकती है. सिविल सर्जन ने आमलोगों से अपील की है कि यदि उनके आसपास लिंग परीक्षण जैसा गैरकानूनी कार्य हो रहा हो तो तत्काल इसकी सूचना दें. सूचना सही रही तो सूचना दाता को पुरस्कृत किया जाएगा.