झारखंड
पथ प्रमंडल धनबाद का कार्यालय डाक बंगला रख-रखाव के अभाव में हो रहा जर्जर
Shantanu Roy
27 Nov 2021 10:36 AM GMT
x
जिला के बलियापुर प्रखंड स्थित निरीक्षण भवन, पथ निर्माण विभाग, Road Division Office Dhanbad of Dak Bungalow, जिसकी स्थिति इतनी दयनीय है
जनता से रिश्ता। जिला के बलियापुर प्रखंड स्थित निरीक्षण भवन, पथ निर्माण विभाग, Road Division Office Dhanbad of Dak Bungalow, जिसकी स्थिति इतनी दयनीय है कि अपनी दुर्दशा पर डाक बंगला आंसू बहा रहा है. इतना ही नहीं वहां का स्टाफ क्वार्टर की स्थिति भी पूरी तरह से जर्जर है. यहां कभी-भी कोई भी अनहोनी घटना घट सकती है. लेकिन विभाग के अधिकारियों को इसे दुरुस्त करने का समय नहीं है.
अनदेखी की स्थिति यह है कि रख-रखाव में यह Dak Bungalow जर्जर होता जा रहा है. छत, कमरा, कमरे में रखे सामान, खिड़की, दरवाजे खराब हो रहे हैं, कुछ हो भी चुके हैं. इसे ठीक करने को लेकर टेंडर भी निकाला गया लेकिन कागजों तक टेंडर रह गया. आखिर इसे ठीक क्यों नहीं किया गया यह जानकारी किसी के पास नहीं है. पथ निर्माण विभाग के अधिकारी कभी-कभी भूल से यहां पहुंच भी जाते हैं तो कमरे में नहीं बल्कि बाहर बरामदे में थोड़ी देर बैठ औपचारिकता पूरी कर चले जाते हैं. इस कार्यालय की देखरेख के लिए एक चपरासी नियुक्त किया गया है. उसी के भरोसे पूरा दफ्तर चल रहा है.
बताया जाता है कि 15 से 25 लाख तक का टेंडर हुआ था लेकिन कब तक होगा जीर्णोद्धार यह कहना मुश्किल है. इस डाक बंगले का उपयोग बलियापुर क्षेत्र में हो रहे शादी-विवाह एवं अन्य समारोह में बुकिंग के लिए भी किया जाता है. लेकिन स्थिति इतनी जर्जर है कि कभी-भी कोई भी हादसा हो सकता है. हाल के दिनों में त्रिवेणी कंपनी की ओर से सड़क निर्माण के लिए भी इसी डाक बंगले का इस्तेमाल किया गया. हालांकि डाक बंगले की बुकिंग और इस्तेमाल करने पर प्राप्त राशि कहां जाती है इसकी जानकारी किसी को नहीं है.
इतना ही नहीं विभागीय बोर्ड भी परिसर से दूर कचरे के ढेर में पेड़ के नीचे पड़ा हुआ रहता है. निरीक्षण भवन, पथ निर्माण विभाग कार्यालय में नियुक्त चपरासी भरत चंद्र महतो ने कहा कि अधिकारी कभी-कभी आते हैं. भवन के कमरे से लेकर छत की स्थिति जर्जर हो चुकी है. स्थानीय जिला परिषद सदस्य घनश्याम ग्रोवर उर्फ कांके ने कहा कि रख-रखाव के अभाव में कार्यालय की स्थिति खराब हुई है. विभाग को जल्द गुणवत्ता वाली मरम्मती करवानी चाहिए. भवन की स्थिति बेहत खराब हो चुकी है, इसके ठीक होने से इसका लाभ स्थानीय लोगों को हमेशा मिलती रहेगी.
Next Story