राँची न्यूज़: मनी लाउंड्रिंग के आरोप में जेल में बंद ग्रामीण विकास विभाग के निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र कुमार राम की पत्नी राज कुमारी देवी एवं उनके पिता गेंदा राम की मुश्किलें बढ़ गई हैं. दोनों की ओर से दाखिल अग्रिम जमानत अर्जी अदालत ने खारिज कर दी है.
ईडी के विशेष न्यायाधीश पीके शर्मा की अदालत ने बीते 18 जुलाई को दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के पश्चात आदेश सुरक्षित रख लिया था. अदालत अपना आदेश सुनाया. दोनों ने अलग-अलग अग्रिम जमानत की गुहार लगाते हुए 12 जून को अर्जी दाखिल की थी. टेंडर मैनेज कर करोड़ों रुपये की अवैध कमाई की मनी लाउंड्रिंग करने के मामले में ईडी की ओर से दाखिल चार्जशीट में वीरेंद्र राम के साथ उनकी पत्नी एवं पिता का भी नाम है. इसी के बाद से दोनों की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं. कोर्ट ने मामले में संज्ञान लेने के बाद दोनों के खिलाफ उपस्थिति को लेकर समन जारी कर रखा है. दोनों पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. इससे बचने के लिए अग्रिम जमानत अर्जी दाखिल की थी.
हेमंत राज्य में अपराधों पर चुप क्यों रघुवर
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने प्रेस बयान जारी कर कहा है कि मणिपुर की घटना पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राष्ट्रपति को पत्र लिखा है. लेकिन, झारखंड में हुए अपराधों पर वे चुप क्यों हैं. उन्होंने हेमंत से सवाल किया है कि रुबिका पहाड़िन, अंकिता कांड, दुमका में आदिवासी बच्ची से रेप व हत्या, साहिबगंज में घर से उठाकर आदिवासी बच्ची से रेप, आश्रम में साध्वी से रेप, गुमला-रांची में बच्चियों से रेप पर चुप क्यों हैं.
साथ ही रघुवर ने कहा है कि सीएम पत्र में मणिपुर के साथ कम से कम पश्चिम बंगाल के मालदा और बिहार के बेगूसराय की घटना का भी जिक्र कर लेते. क्या हेमंत इन घटनाओं का समर्थन करते हैं.