झारखंड

झारखंड में 17 बड़े मामले की जांच कर रही NIA

Kunti Dhruw
6 April 2022 8:18 AM GMT
झारखंड में 17 बड़े मामले की जांच कर रही NIA
x
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ( एनआईए) देशभर में 428 और झारखंड में 17 बड़े मामले की जांच कर रही है.

रांची : राष्ट्रीय जांच एजेंसी ( एनआईए) देशभर में 428 और झारखंड में 17 बड़े मामले की जांच कर रही है.एनआईए झारखंड में टेरर फंडिंग, विदेशी हथियार की बरामदगी और मानव तस्करी से संबंधित 17 चर्चित मामलों की जांच कर रही है. एनआईए झारखंड के जिन 17 चर्चित मामलों की जांच कर रही है, उनमें रांची जिला के 03, पलामू के 01, चतरा के 02, गिरिडीह के 03, लातेहार के 05, सरायकेला के 01, चाईबासा के 01 और खूंटी के 01 मामले शामिल हैं. इन सभी मामलों को एनआईए के द्वारा टेकओवर किया गया है.


जानें कौन है 17 बड़े मामले, जिसकी एनआईए कर रही जांच

9 जुलाई 2008 को रांची बुंडू स्थित एसएस की नक्सलियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस मामले में बुंडू थाना में 65/2008 मामला दर्ज हुआ था. जिसे एनआईए ने 30 जून 2017 को टेकओवर करते हुए कांड संख्या आरसी 2017 दर्ज किया था.
नक्सली सुधाकर के भाई बी. नारायण रेड्डी और दोस्त सत्यनारायण रेड्डी को रांची पुलिस ने 30 अगस्त 2017 को 25 लाख रुपये नकद और आधा किलोग्राम सोना के साथ के पकड़ा था. रांची के चुटिया थाना में 180/2017 मामला दर्ज हुआ था. जिसे एनआईए ने 31 अक्टूबर 2017 को टेकओवर करते हुए कांड संख्या आरसी 14/2017 दर्ज किया था.
पलामू पुलिस ने टीपीसी उग्रवादी श्याम और उसके दो साथियों को 22 नवंबर 2017 को लेवी के पांच लाख रूपया और हथियार के साथ गिरफ्तार किया था. इस मामले में पांकी थाना में कांड संख्या 157/2018 दर्ज हुआ था. जिसे एनआईए ने 9 जुलाई 2018 को टेकओवर करते हुए कांड संख्या आरसी 23/2018 मामला दर्ज कर जांच शुरू किया था.

चतरा पुलिस ने कुख्यात टीपीसी उग्रवादी कमलेश गंझू को 14 अप्रैल 2017 को 36 लाख रूपया, एक एके-47, एक पिस्तौल और 56 गोली के साथ गिरफ्तार किया था. इस मामले में चतरा लावालौंग थाना में कांड संख्या 18/2017 दर्ज हुआ था. जिसे एनआईए ने 9 जुलाई 2018 को टेकओवर कर कांड संख्या आरसी 22/2018 दर्ज कर मामले की जांच शुरू की थी.

गिरिडीह के डुमरी थाना क्षेत्र में लेवी के 6 लाख रुपये के साथ नक्सली मनोज कुमार पकड़ा गया था. इस मामले में डुमरी थाना में कांड संख्या 6/2018 दर्ज हुआ था. जिसे एनआईए ने 9 जुलाई 2018 टेकओवर करते हुए कांड संख्या आरसी 21/2018 दर्ज कर मामले की जांच शुरू की थी.

भाकपा माओवादी नक्सली के निशानदेही पर 5 मार्च 2018 को गिरिडीह के डुमरी थाना क्षेत्र से भारी मात्रा में हथियार और नक्सली साहित्य बरामद हुआ था. इस मामले में डुमरी थाना में कांड संख्या 26/2018 दर्ज हुआ था. जिसे एनआईए ने 9 मई 2018 को टेकओवर करते हुए कांड संख्या आरसी 19/2018 दर्ज कर मामले की जांच शुरू की थी.

गिरिडीह के मधुवन थाना क्षेत्र में पकड़े गए 16 नक्सलियों के निशानदेही पर 1125 आधार कार्ड, 160 एटीएम और 200 बैंक अकाउंट मिले थे. इस मामले में 22 फरवरी 2018 को मधुबन थाना में कांड संख्या 4/2018 दर्ज किया गया था. जिसे 14 अप्रैल 2018 को एनआईए ने टेकओवर करते हुए कांड संख्या आरसी 13/2018 दर्ज कर मामले की जांच शुरू की थी.

टीपीसी नक्सलियों के द्वारा झारखंड और बिहार में लेवी वसूलने के मामले में चतरा जिले के टंडवा थाना में 11 जनवरी 2016 को कांड संख्या 2/2016 दर्ज हुआ था. जिसे एनआईए ने 16 फरवरी 2018 को कांड संख्या आरसी 6/2018 दर्ज कर मामले की जांच शुरू की थी.

लातेहार जिले के बालूमाथ थाना क्षेत्र में नक्सलियों के जर्मन मेड हथियार बरामद होने के मामले में 3 दिसंबर 2018 को कांड संख्या 225/18 दर्ज हुआ था. जिसे एनआईए ने 26 जून 2019 को टेकओवर कर कांड संख्या आरसी 13/2019 दर्ज कर मामले की जांच शुरू की थी.

सरायकेला- खरसांवा के कुकरूहाट बाजार में पुलिस बल पर हमला कर पांच पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में एनआईए ने 9 दिसंबर 2020 को टेकओवर कर मामले की जांच शुरू की है.

लातेहार जिले के चंदवा थाना क्षेत्र में 22 नवंबर 2019 को चार पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में चंदवा थाना में दर्ज कांड संख्या 25/2019 को एनआईए ने 24 जून 2020 को टेकओवर करते हुए कांड संख्या आरसी 25/2020 कर मामले की जांच शुरू की है.

मानव तस्करी के मामले में खूंटी के एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग थाना में 19 जुलाई 2019 को कांड संख्या 7/2019 दर्ज हुआ था. जिसे एनआईए ने 4 मार्च 2020 को टेकओवर कर कांड संख्या आरसी 9/2020 दर्ज कर मामले की जांच शुरू की है.

5 जनवरी 2020 को लातेहार पुलिस ने पांच लाख रूपये के साथ नक्सलियों को गिरफ्तार किया था. इस मामले के चंदवा थाना में कांड संख्या 04/2020 दर्ज किया गया था. जिसे एनआईए ने तीन नवंबर 2020 को टेकओवर कर कांड संख्या आरसी 38/2020 दर्ज कर मामले की जांच शुरू की थी.

चाईबासा जिले के टोकलो थाना क्षेत्र स्थित लांजी गांव में बीते चार मार्च 2021 नक्सलियों के द्वारा आईडी विस्फोट में तीन जवान शहीद हो गये थे. इस मामले की राष्ट्रीय जांच एजेंसी 02/2021 मामला दर्ज कर जांच कर रही है.

एनआईए ने लातेहार जिले के गारू थाना क्षेत्र स्थित रूप पंचायत के जंगल में माओवादियों के मौजूदगी की जांच को टेकओवर किया है. गौरतलब है कि एनआईए ने लातेहार के गारू थाना में दर्ज केस संख्या 32/2017 और एनआईए केस संख्या आरसी 14/2017 के अनुसंधान के दौरान मिले तथ्यों के आधार पर एनआईए ब्रांच रांची ने 18 अप्रैल केस संख्या आरसी 03/2021 दर्ज कर मामले की जांच शुरु कर दी है.

झारखंड पुलिस की आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) में दर्ज हथियार तस्करी के केस को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने कांड संख्या 04/2021 दर्ज कर मामला की जांच कर रही है. माओवादियों और अपराधियों को अवैध तरीके से हथियार व सुरक्षा बलों के कारतूस की सप्लाई से संबंधित है. इन हथियारों व कारतूसों का इस्तेमाल माओवादी व अपराधी लेवी वसूलने तथा सुरक्षा बलों पर हमले के रूप में करते रहे है.


Next Story