एनएचएम, एएमडी ने सभी सिविल सर्जनों से कार्यरत इच्छुक नर्सों की मांगी सूची
राँची न्यूज़: झारखंड सरकारी के अस्पतालों में जन्म लेने वाले 0 से 5 साल तक के शिशुओं का आधार निबंधन यथाशीघ्र किया जाएगा. इन शिशुओं का आधार निबंधन उसी अस्पताल की एएनएम/जीएनएम करेंगी, जहां शिशुओं का जन्म हुआ है.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, झारखंड के अपर अभियान निदेशक विद्यानंद शर्मा पंकज ने राज्य के सभी सिविल सर्जनों को इस बाबत पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने कहा है कि भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के दिशा निर्देश के आलोक में राज्य के सभी जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा स्वास्थ्य उपकेंद्रों में जन्मे 0-5 साल के सभी शिशुओं का यथाशीघ्र आधार निबंधन उसी संस्था की की एएनएम/जीएनएम के द्वारा किया जाना है. उन्होंने सभी जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा स्वास्थ्य उप केंद्रों कार्यरत और आधार निबंधन के लिए इच्छुक एएनएम/जीएनएम को इस कार्य के लिए नामित करते हुए सूची उपलब्ध कराने को कहा है.
आधार निबंधन से क्या होगा फायदा: शिशुओं के आधार निबंधन को लेकर एनएचएम के अपर अभियान निदेशक विद्यानंद शर्मा पंकज ने कहा कि अब हर सुविधा के लिए आधार निबंधन जरूरी है. डीबीटी हो या अन्य स्वास्थ्य सुविधाएं, सभी के लिए आधार जरूरी हो गया है. शिशुओं को भी स्वास्थ्य सुविधाओं का ससमय लाभ पहुंचाने एवं उसकी मॉनीटरिंग एवं फॉलोअप के लिए आधार निबंधन जरूरी हो गया है. इसके माध्यम से युवावस्था में आने तक शिशुओं को नियमित टीकाकरण व अन्य जरूरी स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने में मदद मिलेगी. बाद में 18 साल की ऊम्र में फिर से इसे अपडेट कराना होगा.