झारखंड
देशभर में लातेहार के नेतरहाट का होता है निर्यात, स्वाद के कायल हैं आम और खास, वादियों की खुश्बू और नाशपाती की मिठास
Gulabi Jagat
11 July 2022 6:15 AM GMT

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देशभर में लातेहार के नेतरहाट का होता है निर्यात
लातेहारः वैसे तो छोटनागपुर की रानी (Queen of Chotanagpur) कहे जाने वाले नेतरहाट की पहचान इसकी खूबसूरत वादियों और नैसर्गिक सौंदर्य के लिए है. लेकिन नाशपाती की खेती भी नेतरहाट की एक अलग पहचान है. जुलाई के महीने में नेतरहाट की वादियों में नाशपाती की मिठास ऐसी फैल जाती है जो देश के कोने कोने में पहुंचकर लोगों का स्वाद बदल देती है.
नेतरहाट की वादियां नाशपाती की खेती के लिए काफी अनुकूल है. ऐसे में यलातेहार के नेतरहाट की नाशपाती का देशभर में निर्यात होताहां सरकारी स्तर से लेकर निजी स्तर तक बड़े पैमाने पर नाशपाती की खेती की जाती है. यही वजह है कि जुलाई और अगस्त के महीने में नेतरहाट में हजार टन से भी अधिक नाशपाती का उत्पादन होता है और इसका बड़े पैमाने पर व्यवसाय भी किया जाता है. जुलाई के महीने में नाशपाती का फल पूरी तरह तैयार हो जाता है, उसके बाद इसकी बिक्री आरंभ होती है.
सरकारी स्तर पर भी होती है खेतीः नेतरहाट में सरकारी स्तर पर भी बड़े पैमाने पर नाशपाती की खेती की जाती है. नेतरहाट में सरकारी स्तर पर लगभग 100 एकड़ भूमि में नाशपाती की खेती की जा रही है. इसके अलावा बड़े पैमाने पर खेती के लिए सरकारी स्तर पर और भी योजना बनाई गयी है. सरकारी भूमि पर लगाए गए नाशपाती की बिक्री निविदा के माध्यम से की जाती है. उसके बाद जो भी निविदादाता होता है, वह सरकारी बागान में लगी नाशपाती को तोड़कर उसे देश के कोने कोने तक भेजते हैं. इस संबंध में व्यवसायी फिरोज ने बताया कि टेंडर के माध्यम से नाशपाती की खेती की नीलामी की जाती है और नीलामी के बाद ही इसकी तोड़ाई और बिक्री की जाती है.
नाशपाती का बागान
देशभर में नेतरहाट की नाशपाती का निर्यातः वैसे तो नेतरहाट की नाशपाती की मांग देश के कोने कोने तक है. लेकिन सबसे अधिक इसकी बिक्री झारखंड और बिहार के विभिन्न बड़े शहरों के अलावा पश्चिम बंगाल में होती है. नाशपाती की खरीदारी के बाद बड़े व्यवसायियों के द्वारा बेहतर क्वालिटी के नाशपाती को देश के दूसरे बड़े शहरों में पहुंचाया जाता है.
नाशपाती जमा करते मजदूर
मजदूरों को मिलता है बेहतर रोजगारः नाशपाती की खेती का सीजन आने के बाद यहां के मजदूरों को एक माह तक अपने घर में ही काफी अच्छा रोजगार मिल जाता है. नाशपाती की तोड़ाई के कार्य में स्थानीय मजदूरों का लगाया जाता है. जिससे मजदूरों को एक माह तक रोजगार उपलब्ध होता है. इसके अलावा बड़े पैमाने पर स्थानीय लोगों के द्वारा भी नाशपाती की खेती की जाती है. स्थानीय लोगों से भी व्यापारी नाशपाती खरीद कर ले जाते हैं. जिससे लोकल लोगों को भी अच्छा मुनाफा हो जाता है.
नाशपाती से रोजगार अपार
नेतरहाट की खूबसूरत और हसीन वादियां नाशपाती की खेती के लिए काफी अनुकूल है. इसी कारण से नेतरहाट की नाशपाती की मिठास कुछ अलग ही एहसास कराती है. जरूरत इस बात की है कि सरकार नाशपाती की खेती को और संरक्षण दे ताकि इसका बेहतर विकास हो सके.
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