झारखंड

झारखंड में अग्निशमन विभाग में न डीजी और न डीआइजी, वेतन के भी लाले...जानें पूरा मामला

Deepa Sahu
2 Nov 2021 6:07 PM GMT
झारखंड में अग्निशमन विभाग में न डीजी और न डीआइजी, वेतन के भी लाले...जानें पूरा मामला
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राज्य अग्निशमन सह गृह रक्षा वाहिनी में न डीजी हैं,

रांची, राज्य अग्निशमन सह गृह रक्षा वाहिनी में न डीजी हैं, न डीआइजी और न हीं समादेष्टा ही हैं। यहां समादेष्टा रहे हरिलाल चौहान ही ड्राविंग एंड डिस्वर्सिंग अफिसर (डीडीओ) थे, जो केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर मसूरी चले गए हैं। अगर जल्द डीडीओ बहाल नहीं हुआ तो ईंधन के अभाव में अग्निशमन विभाग की दमकलें जहां के तहां खड़ी हो जाएंगी, क्योंकि कई पेट्रोल पंप संचालकों ने दमकलों को ईंधन ने से इंकार कर दिया है।

स्टॉक के ईंधन से काम चलाया जा रहा है, क्योंकि डीडीओ के हस्ताक्षर से ही वेतन से लेकर वित्तीय समस्या का समाधान होता है। गृह रक्षा वाहिनी सह अग्निशमन विभाग में न डीजी, न डीआइजी और न ही समादेष्टा हैं, यही वजहा है कि यहां की वित्तीय व्यवस्था ठप है और इसके चलते ईंधन से लेकर वेतन तक के पैसे रूके हुए हैं।
दीपावली व छठ के मौके पर अग्निशमन सह गृह रक्षा वाहिनी के जवानों-पदाधिकारियों की खुशियों पर ग्रहण लग गया है। अग्निशमन विभाग के पूरे राज्य के 450 जवानों-पदाधिकारियों के साथ-साथ गृह रक्षा वाहिनी मुख्यालय में पदस्थापित 23 जवान व 15 पदाधकारियों का वेतन रूक गया है। दो प्रमुख त्योहारों के वक्त वेतन रूकने से ये पदाधिकारी-जवान मायूस हैं। उनके घरों में दीपावली फीकी रहेगी।वेतन नहीं मिलने के पीछे की मूल वजह है यहां सीनियर अधिकारियों का नहीं होना। डीजी एमवी राव 30 सितंबर को सेवानिवृत्त हो गए। डीआइजी नरेंद्र कुमार सिंह तीन महीने पहले स्थानांतरित होकर डीआइजी हजारीबाग बन गए। एसपी (समादेष्टा) हरिलाल चौहान केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गए। हरिलाल चौहान यहां व्ययन (डीडीओ) पदाधिकारी भी थे, जिनके हस्ताक्षर से वेतन निकलता था। उन्हें पूर्व डीजी एमवी राव ने ही डीडीओ बनाया था। अब गृह रक्षा वाहिनी में कोई ड्राविंग एंड डिस्वर्सिंग अफिसर नहीं है, जिसके चलते दीपावली व छठ जैसे दो प्रमुख त्योहारों के वक्त वेतन मिलने पर संशय है।


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