x
रांची: राजधानी रांची के ओरमांझी में स्थित गेतलसूद डैम का पानी इतना प्रदूषित हो चुका है कि भारी मात्रा में मछली की मौत हो जा रही है. पांच हजार लोगों की आजीविका का एक मात्र स्त्रोत मछली पालन है, मत्स्य जीवी सहयोग समिति में लगभग 100 मछुआरे सदस्य हैं.
गेतलसूद के लोगो की आजीविका मछली पकड़ने पर ही निर्भर करता हैं. वहां के स्थानीय अधिकतर लोग मछली पकड़ने का काम करते हैं. ऐसे में प्रदूषित पानी से डैम की मछलियां बीमारी से मरती जा रही हैं. बताया जाता है कि गेतलसूद डैम में अबतक लगभग 10 लाख से ज्यादा मछलियां मरी हुई पाई गई है. ऐसे में इनके आजीविका पर सीधा असर पड़ेगा.
बता दें, मत्स्य जीवी सहयोग समिति के सचिव भोला महतो ने बताया कि पिछले कई वर्षों से समिति द्वारा लोन लेकर केज में मछलियां पाली जा रही हैं. शनिवार यानी कल करीब 10 से 12 लाख बड़ी और छोटी मछलियां मरी हुई पाई गईं. जिससे हम लोगो का लाखों का नुकसान हो रहा है.
Next Story