झारखंड

25 जून को नामांकन दाखिल कर सकती हैं एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू

Renuka Sahu
22 Jun 2022 5:34 AM GMT
NDAs presidential candidate Draupadi Murmu may file nomination on June 25
x

फाइल फोटो 

देश में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए बीते मंगलवार को एनडीए और विपक्ष की तरफ से राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार का एलान कर दिया गया.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। देश में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए बीते मंगलवार को एनडीए और विपक्ष की तरफ से राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार का एलान कर दिया गया. भारतीय जनता पार्टी ने झारखंड की पूर्व राज्यपाल और आदिवासी महिला नेता द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाया है. वहीं विपक्ष ने मिलकर पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार बनाया है. न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि द्रौपदी मुर्मू 25 जून को नामांकन दाखिल कर सकती हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक द्रौपदी मुर्मू के नामांकन के दिन भाजपा ने 24 और 25 जून को अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को दिल्ली में मौजूद रहने का निर्देश दिया है. बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 29 जून है. जबकि 18 जुलाई को मतदान होगा. वहीं 21 जूलाई को मतगणना की जाएगी. पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने के बाद द्रौपदी मुर्मू ने रायरंगपुर में अपने आवास पर संवाददाताओं से कहा, "मैं आश्चर्यचकित और खुश हूं. मयूरभंज जिले से आने वाली एक आदिवासी महिला के रूप में मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे इस पद का उम्मीदवार बनाया जाएगा."

वहीं न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वह समर्थन के लिए निर्वाचित सदस्यों से मुलाकात करेंगी. राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनाए जाने के बाद एएनाई से बात करते हुए द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि मैं आश्चर्यचकित हूं, मैं विश्वास नहीं कर पा रही हूं. मैं बहुत आभारी हूं. इस वक्त ज्यादा बात करने की इच्छा नहीं है. साथ ही यह भी कहा कि संविधान में राष्ट्रपति की जो भी शक्तियां होंगी, मैं उन्हीं के अनुसार काम करुंगी. बता दें कि अगर द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति का चुनाव जीत जाती हैं तो वह देश की पहली आदिवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी.
द्रौपदी मुर्मू अपने राजनीतिक करियर में लगातार बाधाओं को तोड़ती हुई आगे बढ़ रही हैं. इससे पूर्व वह झारखंड की पहली महिला राज्यपाल बनीं और साल 2015 से 2021 तक पद पर काम किया. ओडिशा के मयूरभंज जिले के गरीब आदिवासी परिवार में 20 जून, 1958 को जन्मी द्रौपदी मुर्मू जीवन में आए अड़चनों के बीच अपनी पढ़ाई पूरी की. द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया. इस दौरान उन्होंने लिखा कि श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी ने अपना जीवन समाज की सेवा और गरीबों, दलितों के साथ-साथ हाशिए के लोगों को सशक्त बनाने के लिए समर्पित कर दिया है. उनके पास समृद्ध प्रशासनिक अनुभव है और उनका कार्यकाल उत्कृष्ट रहा है. मुझे विश्वास है कि वह हमारे देश की एक महान राष्ट्रपति होंगी.
Next Story