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नगर निगम ने कई महीने से पानी का बिल भेजा नहीं
Ranchi: अगर आप भी रांची नगर निगम क्षेत्र में रह रहे हैं तो अब हर महीने पानी का बिल भरने को तैयार रहें. इस आशय का निर्देश निगम ने जारी किया है. काम करने वाली एजेंसी को इसके लिए डेटा जुटाने को भी कहा गया है. लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि नगर निगम ने पिछले कई महीनों से लोगों को पानी का बिल ही नहीं भेजा है. वहीं कुछ ऐसे भी लोग हैं जिन्होंने पानी का इस्तेमाल नहीं किया और उन्हें भारी भरकम बिल थमा दिया गया. अब उन्हें इस बात की चिंता सता रही है कि कहीं फिर से नई एजेंसी उन्हें पहले की तरह बिल न भेज दे.
78 हजार घरों में कनेक्शन
नगर निगम में अब पानी का कनेक्शन दिया जा रहा है. नगर विकास के आदेश के बाद कामर्शियल को छोड़ सभी को फ्री कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया है. वहीं अबतक रांची में 78 हजार घरों में कनेक्शन का काम भी पूरा हो चुका है. बाकी बचे हुए घरों में कनेक्शन देने का काम एजेंसी को तेज करने को कहा गया है जिससे कि अगले साल तक सभी घरों में कनेक्शन देने का काम पूरा किया जा सके.
शिकायतों पर नहीं हुई सुनवाई
नगर निगम ने पहले वाटर टैक्स कलेक्शन और होल्डिंग टैक्स कलेक्शन का काम स्पैरो एजेंसी को दिया था. एजेंसी ने एक-एक कर हजारों घरों में पानी का बिल थमा दिया. उनसे इसके लिए पैसे भी ले लिए. आज वे लोग नगर निगम में शिकायतों को लेकर चक्कर लगा रहे है. इसे लेकर कई बार कमिटी की बैठक भी हुई. लेकिन शिकायतों पर कोई सुनवाई नहीं हुई. और न ही उनके पैसे वापस किए जा रहे है. जबकि इसे लेकर पार्षदों ने भी मामला उठाया था.
केस 1
तपोवन कॉलोनी के यूके सिंह ने पानी का नया कनेक्शन लिया. कुछ दिन के बाद उन्होंने मीटर लगवा लिया. तबतक नगर निगम ने उन्हें 20 हजार रुपए का बिल थमा दिया. इसके बाद उनसे तत्काल पैसे भी एजेंसी के स्टाफ ने ले लिए. बाद में उन्होंने निगम में इसके लिए शिकायत दर्ज कराई. लेकिन आजतक मामले में कोई सुनवाई नहीं हुई. और न ही आजतक उन्हें पानी का बिल भेजा गया.
अपर बाजार के जे शर्मा ने नए वाटर कनेक्शन के लिए आवेदन दिया. उन्हें नगर निगम ने 25 हजार रुपए का बिल भेज दिया. इसके बाद उन्हें निगम के स्टाफ ने पैसे जमा कराने को कहा. उन्होंने इसके लिए नगर निगम में पहले ही शिकायत दर्ज कराई. लेकिन आजतक सुनवाई नहीं हुई.
बरियातू के बीएन सिंह ने वाटर कनेक्शन लिया है. आजतक उनके मीटर में 5 यूनिट भी पानी की सप्लाई नहीं हुई है. उन्हें भी पिछली एजेंसी ने 20 हजार का बिल थमा दिया गया. वहीं उन्हें केस करने की बात कह 5 हजार रुपए तत्काल वसूल लिए. उन्होंने इसे लेकर शिकायत दर्ज कराई और जमा राशि को होल्डिंग टैक्स में कंवर्ट करने की गुहार लगाई.
सोर्स- News Wing

Rani Sahu
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