बेटी को बचाने के लिए मां भी कुएं में कूदी, डूबने से दोनों की मौत
धनबाद न्यूज़: संतान की रक्षा के लिए मां अपनी जान की भी परवाह नहीं करती हैं. एक बार फिर यह उदाहरण तेतुलमारी थाना क्षेत्र के खास सिजुआ स्थित बनतुलसी धौड़ा में देखने को मिला. कुएं में गिरी बेटी को बचाने के लिए मां ने भी कुएं में छलांग लगा दी. हालांकि वह नाकाम रही. घटना में सात वर्षीय पुत्री व 33 वर्षीय मां की मौत कुएं में डूबने से हो गई.
जानकारी के अनुसार दिहाड़ी मजदूर सुबोध भुईंया की पुत्री रितिक खास सिजुआ स्थित बनतुलसी धौड़ा स्थित कुएं पर दिन के लगभग 1130 बजे नहाने गई थी. पानी निकालने के दौरान पैर फिसलने से वह कुंए में गिर पड़ी. बेटी को कुएं में गिरते देख कर बगल में कपड़ा धो रही उसकी मां मालो देवी ने भी कुएं में छलांग लगा दी. उसकी दूसरी बेटी गुनगुन यह देख चिल्लाते हुए बगल के घर में गई और लोगों को इस घटना की जानकारी दी. स्थानीय लोगों ने काफी मशक्कत के बाद दोनों को कुएं से बाहर निकाला और पास के निजी अस्पताल में ले गए. वहां जांचोपरांत डॉक्टर ने दोनों को मृत घोषित कर दिया.
सूचना पाकर तेतुलमारी पुलिस भी पहुंची और शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए ले जाने की तैयारी करने लगी. इसका विरोध स्थानीय लोगों ने करते हुए पोस्टमार्टम नहीं कराने की बात पर अड़ गए. मृतका मालो देवी बाराचट्टी बिहार की रहने वाली थी. वे अपने पीछे दो पुत्री 5 साल एवं 4 साल समेत पति को छोड़ गई है.
मृतका के परिजनों व मायके वालों ने पोस्टमार्टम नहीं कराने की लिखित मांग को रखी है. इसमें कुछ स्थानीय लोगों ने भी सहमति दी है. फिलहाल पंचनामा कर परिजनों को दोनों शव सौंप दिया गया है.
आशीष कुमार यादव, थाना प्रभारी, तेतुलमारी
लोगों ने कहा- पानी की किल्लत के कारण हुई हृदयविदारक घटना
धौड़ा में कुआं में डूबने से मां-बेटी के मौत पर निर्वतमान पार्षद छोटू सिंह ने व्यवस्था पर नाराजगी दिखाई. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में पानी की किल्लत है. पानी टंकी व पाइप लगाने के बाद भी पानी आपूर्ति को बहाल नहीं किया गया. अगर पानी उपलब्ध रहता तो इस तरह की घटना नहीं होती. विशाल बाल्मीकि व पूर्व पार्षद बिरजू बाउरी ने कहा कि जिस समय बीसीसीएल प्रबंधन ने लोगों को विस्थापित कर यहां बसाया था, उसी समय पिट वाटर की व्यवस्था करा दी जाती तो शायद यह घटना नहीं घटती. उनलोगों ने कहा कि 8 वर्ष पूर्व तेतुलमारी प्रबंधन ने बोर होल कर लोगों को पानी की आपूर्ति करायी थी, लेकिन कुछ ही दिन के बाद अपराधियों ने बोरहोल के मोटर पंप के स्विच को क्षतिग्रस्त कर उसे चोरी कर लिया.