झारखंड

बैद्यनाथ धाम में 2 लाख से ज्यादा भक्तों ने चढ़ाया जल, कांवड़ियों की 12 किलोमीटर लगी लंबी कतार

Renuka Sahu
19 July 2022 6:29 AM GMT
More than 2 lakh devotees offered water in Baidyanath Dham, 12 km long queue of Kanwariyas
x

फाइल फोटो 

श्रावण मास की पहली सोमवारी कुल 2 लाख 1503 कांवरियों ने बाबा वैद्यनाथ पर जलार्पण किया।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। श्रावण मास की पहली सोमवारी कुल 2 लाख 1503 कांवरियों ने बाबा वैद्यनाथ पर जलार्पण किया। इनमें अर्घा के माध्यम से जलार्पण करने वाले भक्तों की संख्या 1 लाख 41 हजार 649 रही। जबकि बाह्य अर्घा के माध्यम से 59 हजार 854 श्रद्धालुओं ने बाबा पर जलार्पण कर मंगलकामना की। मेले के पांचवें दिन बाबा वैद्यनाथधाम में श्रद्धा का सैलाब उमड़ा। बाबा मंदिर से 12 किलोमीटर दूर तक कांवड़ियं की कतार लग गई।

अल सुबह से ही बाबा वैद्यनाथ मंदिर प्रांगण और आसपास के क्षेत्र बोल बम के नारों से गुंजयमान रहे। सोमवारी पर प्रात: 3:50 बजे बाबा वैद्यनाथ मंदिर का पट खुला। कांचा जल पूजा व सरदार पंडा गुलाब नन्द ओझा की ओर से सरकारी पूजा होने के बाद आम श्रद्धालुओं का अर्घा से जलार्पण शुरू हो गया। कतारबद्ध कांवरियों को कुमैठा, नंदन पहाड़, परमेश्वर दयाल रोड, बरमसिया, बीएड कॉलेज, तिवारी चौक, शिवराम झा चौक, नेहरू पार्क से मानसिंघी फुट ओवरब्रिज होते हुए बाबा वैद्यनाथ मंदिर के गर्भगृह में लगे अर्घा के माध्यम से जलार्पण कराया गया। वहीं बड़ी संख्या में वाह्य अर्घा में भी श्रद्धालुओं ने जलार्पण कर मंगलकामना की।
भगवान सूर्य ने ली भक्तों की परीक्षा
पहली सोमवारी पर भगवान भाष्कर ने भी भक्तों की परीक्षा ली। कड़ी धूप के बावजूद भक्तों की आस्था नहीं डिगी। सभी भगवान भोलेशंकर पर जलार्पण करने के लिए कष्टों को भूल कर शिवभक्ति में लीन दिखे। शिवभक्तों की गूंज से रूट लाइन गुंजायमान रही। सभी कांवरिया कतारबद्ध होकर बाबा का जयघोष करते हुए निरंतर आगे बढ़ते रहे। हालांकि बाद में मौसम का मिजाज भी बदला। आसमान में काले घने बादल भी छाए। कुछ समय के लिए रिमझिम बारिश की बूंदे भी गिरीं। बारिश तो नहीं हुई, लेकिन बादल व हवाएं चलने के कारण मौसम में ठंडक जरूर आ गयी। ऐसे में रविवार रात से ही कतार में लगे शिवभक्तों को बड़ी राहत मिली।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, मदद में जुटा रहा प्रशासन
वैसे सोमवारी पर बाबानगरी में कांवरियों की भीड़ के अनुमान के आधार पर प्रशासनिक स्तर पर भी सुविधाएं मुहैया करायी गई थीं। रूटलाइन में लगातार रात्रि से ही श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी संतालपरगना के डीआईजी सुदर्शन मंडल, उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी मंजूनाथ भजंत्री, एसपी सुभाष चंद्र जाट व वरीय अधिकारी करते रहे। पहली सोमवारी पर बाबानगरी पहुंचे कांवरियों व श्रद्धालुओं की सेवा के लिए हर जगह घरों से निकलकर लोगों ने हरसंभव मदद को हाथ भी बढ़ाए। इससे जहां शिवभक्तों को राहत मिली। प्रशासन को भी बड़ा सहयोग मिला। प्रशासनिक स्तर पर रूट लाइन के हर प्वाइंट पर श्रद्धालुओं के सुविधा और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।

Next Story