झारखंड

मंकीपॉक्स ने झारखंड में भी दी दस्तक! गढ़वा में मिली एक संदिग्ध मरीज

Renuka Sahu
27 July 2022 2:30 AM GMT
Monkeypox also knocked in Jharkhand! A suspected patient found in Garhwa
x

फाइल फोटो 

राज्य में एक तरफ कोरोना के संक्रमण में जहां तेजी आ रही है, वहीं दूसरी तरफ मंकीपॉक्स के भी पहुंचने की आशंका प्रबल हो गयी है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। राज्य में एक तरफ कोरोना के संक्रमण में जहां तेजी आ रही है, वहीं दूसरी तरफ मंकीपॉक्स के भी पहुंचने की आशंका प्रबल हो गयी है। मंगलवार को गढ़वा में इस बीमारी की एक संदिग्ध मरीज मिली है। बच्ची में जो लक्षण मिले हैं उससे मंकीपॉक्स का संक्रमण होने की आशंका जताई जा रही है। बच्ची गढ़वा के टंडवा की रहने वाली है, जिसकी उम्र लगभग 11 साल है।

बच्ची के हाथ व पैर में बड़ी संख्या में फफोले उग आए हैं। बुखार भी आ रहा है। जिला स्वास्थ्य महकमे को जब इसकी जानकारी मिली तो अविलंब उसे भर्ती कर लिया गया। बच्ची को सदर अस्पताल, गढ़वा परिसर में स्थित एनसीडी (नन कम्युनिकेबल डिजीज) सेंटर में आइसोलेट कर उपचार किया जा रहा है। गढ़वा में मंकीपॉक्स संदिग्ध मिलने की सूचना मिलने के साथ ही पूरा स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड में आ गया है।
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने कहा कि मंकीपॉक्स को लेकर सरकार पूरी तरह एलर्ट है। सभी सिविल सजर्नों को सजग रहने की हिदायत दी गयी है। किसी भी स्तर पर किसी प्रकार की चूक बर्दाश्त नहीं की जाएगी। गढ़वा के सिविल सर्जन डॉ कमलेश ने बताया कि बच्ची में जो लक्षण मिले हैं, वह मंकीपॉक्स से मिलते जरूर हैं लेकिन जांच के बाद ही यह बताया जा सकता है कि बच्ची को मंकीपॉक्स है या नहीं।
आज सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा जाएगा पुणे
गढ़वा के जिला महामारी रोग विशेषज्ञ डॉ संतोष मिश्रा ने कहा कि बच्ची को आयसोलेट कर उपचार किया जा रहा है। मुख्यालय को भी सूचित कर दिया गया है। बीमारी का पता लगाने के लिए बच्ची के सैंपल लिए जाने को लेकर तैयारी की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग से उसको लेकर प्रोटोकॉल जारी किया गया है। बुधवार को प्रोटोकॉल का पालन करते हुए बच्ची का सैँपल कलेक्ट किया जाएगा। उसके बाद एनआईवी, पुणे में उसकी जांच करायी जाएगी। जांच के बाद ही बताया जा सकेगा कि बच्ची को मंकीपॉक्स है या कोई दूसरी बीमारी। स्वास्थ्य विभाग विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने कहा है, '' गढ़वा के आईडीएसपी से बात हुई है। बुखार और शरीर में फफोले का एक मामला मिला है। प्रोटोकॉल के हिसाब से सैम्पल एनआईवी पुणे को भेजने को कहा गया है। इसका सैंम्पल रिम्स को भी भेजने को कहा है।''
Next Story