झारखंड

हजारीबाग जेल में बंद मोलू के भाई ने शूटरों को दी थी पनाह

Admin Delhi 1
29 April 2023 1:30 PM GMT
हजारीबाग जेल में बंद मोलू के भाई ने शूटरों को दी थी पनाह
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धनबाद न्यूज़: बरवाअड्डा के हीरक रोड के जाहेर थान के पास कुरमीडीह निवासी राजकुमार साव और बीसीसीएलकर्मी नरेंद्र यादव पर 12 अप्रैल की दोपहर फायरिंग के लिए बोकारो से बुलाए गए दोनों शूटरों को लोयाबाद में ठहराया गया था. हजारीबाग जेल में बंद मोलू सिंह के भाई जसवंत सिंह उर्फ टोलू ने लोयाबाद के सेंद्रा यज्ञशाला स्थित अपने घर में शूटरों को पनाह दी थी. पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि चार दिन पहले जेल भेजे गए टाटा सिजुआ छह नंबर बस्ती निवासी चंदन महतो और लोयाबाद वर्कशॉप सेंद्रा निवासी कुंदन पासवान दोनों शूटरों को बोकारो नेहरू पार्क से लेकर छह अप्रैल को ही मोलू के घर पहुंचे. जोगता के टाटा सिजुआ छह नंबर बस्ती निवासी निशांत सिंह उर्फ निशान उर्फ पइया ने हजारीबाग जेल में बंद शूटर अमन सिंह और मोलू सिंह के कहने पर शूटरों को लाने बोकारो भेजा था. पुलिस निशांत के साथ टोलू की तलाश में जुट गई है. इसमें अमन सिंह, मोलू , निशांत सिंह और टोलू सिंह को अभियुक्त बनाने का आवेदन जल्द पुलिस कोर्ट में देगी.

कुंदन ने नालंदा से मंगाया था मोबाइल सिम

पुलिस छानबीन में पता चला है कि राजकुमार साव की हत्या के लिए नालंदा से मोबाइल सिम मंगवाया गया था. कुंदन ने नालंदा के मरौरा गांव में रहने वाले अपनी भांजी के पति के भाई से फर्जी नाम पर मोबाइल सिम मंगवा कर निशांत को दिया था. इसी मोबाइल नंबर से निशांत बंगाल का जमीन खरीदार बन राजकुमार से बात करता था. घटना के दिन भी इसी नंबर से निशांत ने राजकुमार से बात कर उनका लोकेशन लिया और दोनों शूटरों को बाइक से लेकर राजकुमार के पास पहुंचा था.

मोलू के साथ हजारीबाग जेल में बंद रहा है निशांत

निशांत 2017 में जोगता में हेमलाल तुरी की हत्या का सजायाफ्ता है. वह सजा होने के बाद 2019 से हजारीबाग जेल में आजीवन सजा काट रहा था. वहीं निशांत की मुलाकात पोक्सो एक्ट में सजा काट रहे लोयाबाद के मोलू सिंह से हुई थी. सात अप्रैल 2021 को निशांत को तुरी की हत्या में अपील बेल मिल गई और वह बाहर आ गया. मोलू की हजारीबाग में अमन से नजदीकियां बढ़ीं, तो उसने अमन की पहचान निशांत से करा दी.

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