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धनबाद में अवैध कोयला कारोबारी (Illegal coal traders) के खिलाफ खनन विभाग (Mining Department) लगातार कार्रवाई कर रही है. कोयलांचल में अवैध कोयले को लेकर जिला खनन टास्क फोर्स (Mining Task Force) का गठन किया गया है.
जनता से रिश्ता। धनबाद में अवैध कोयला कारोबारी (Illegal coal traders) के खिलाफ खनन विभाग (Mining Department) लगातार कार्रवाई कर रही है. कोयलांचल में अवैध कोयले को लेकर जिला खनन टास्क फोर्स (Mining Task Force) का गठन किया गया है. टास्क फोर्स के गठन के बाद से ही लगातार जिले में अवैध कोयले को लेकर ताबड़तोड़ छापेमारी जारी है. ताजा मामला निरसा इलाके का है. जहां एक बड़ी छापेमारी की गई. छापेमारी के दौरान 3.50 हजार मैट्रिक टन अवैध कोयले को जब्त किया गया है. वहीं 2 करोड़ 17 लाख के राजस्व की चोरी का भी खुलासा विभाग ने किया है.
जिला खनन टास्क फोर्स (Mining Task Force) के द्वारा बीते कुछ ही दिनों में निरसा और गोविंदपुर इलाकों में हजारों टन अवैध कोयले को जब्त किया गया. वहीं, करोड़ों के राजस्व की चोरी का भी खुलासा अब तक हो चुका है. ताजा मामला निरसा थाना क्षेत्र के मुगमा इलाके का है जहां मुगमा कोक ओवन प्राइवेट लिमिटेड नाम के एक हार्डकोक प्लांट में खनन विभाग ने छापेमारी की. जिसका नेतृत्व खुद धनबाद एसडीएम प्रेम कुमार तिवारी और जिला खनन पदाधिकारी मिहिर सलकर कर रहे थे.
धनबाद डीएमओ ने कहा कि गुप्त सूचना के आधार पर उपायुक्त के निर्देश के बाद हार्ड कोक प्लांट में छापेमारी की गई है. जहां पर अवैध कोयले के कागजात प्रस्तुत नहीं करने के बाद उसे जब्त कर लिया गया है. इसके अलावा निरसा थाने में संचालक के विरुद्ध प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है. उन्होंने बताया कि प्लांट में जो स्टॉक है और संचालक ने जो चालान दिया गया है उसके अनुसार 3.50 हजार मीट्रिक टन से अधिक कोयला अवैध है. इस हार्डकोक प्लांट के द्वारा कुल 2 करोड़ 17 लाख से अधिक के राजस्व की भी हेराफेरी की गई है.
फिलहाल धनबाद डीएमओ ने कहा कि इस प्लांट को सील कर दिया गया है जिसके बाद इस प्लांट में किसी प्रकार का कार्य संचालित नहीं किया जा सकता. निरसा थाने में प्राथमिकी भी दर्ज करा दी गई है. खनन विभाग अवैध कोयले को लेकर लगातार जिस प्रकार से छापेमारी कर रही है इससे अवैध कोयला कारोबारियों में हड़कंप मच गया है.
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