झारखंड

एमजीएम की रफ्तार धीमी, इस साल भी शुरू नहीं होगा अस्पताल निर्माण

Admin Delhi 1
29 May 2023 9:29 AM GMT
एमजीएम की रफ्तार धीमी, इस साल भी शुरू नहीं होगा अस्पताल निर्माण
x

जमशेदपुर न्यूज़: साकची स्थित एमजीएम अस्पताल का नया भवन 4.34 अरब से बनेगा. अक्तूबर 2022 में विभाग ने इसका फंड आवंटित किया था और अब तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है. अभी पुराने भवनों को तोड़ने का काम ही शुरू हुआ है. अगर यही रफ्तार रही तो अनुमान है कि इस साल भी अस्पताल का निर्माण कार्य शुरू नहीं होगा.

पहले चरण में तीन पुराने भवनों को तोड़ा जाना है, जिसमें चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों का क्वार्टर, बर्न यूनिट, इंसीनेटर यूनिट, जेनरेटर रूम, पानी टंकी आदि शामिल है. पहले चरण में उक्त भवनों को तोड़ कर नया निर्माण होना है. इसके बाद उसमें इमरजेंसी समेत अन्य विभाग को शिफ्ट कर फिर दूसरे पुराने भवनों को तोड़ा जाना है. अस्पताल निर्माण का ठेका हैदराबाद की केएमवी प्रोजेक्ट लिमिटेड कंपनी को मिला है.

इन मदों में खर्च होगी राशि सिविल वर्क, इलेक्ट्रिक वर्क, इंटर्नल पलम्बिंग वर्क, फायर फाइटिंग वर्क, हिटिंग, वेंटीलेंशन, एयरकंडिशनिंग, बीएमएस, लिफ्ट, साइनेज, लैंडस्केपिंग वर्क, फर्नीचर, एनसर्लरी ब्लॉक कंस्ट्रक्शन, आईटी वर्क, न्यूमेरिक वेस्ट कलेक्शन सिस्टम, किचन इक्यूपमेंट, लॉड्री इक्यूपमेंट, सीएससीडी, मेडिकल गैस पाइप लाइन सिस्टम, मॉड्यूलर ओटी, न्यूमेरिक ट्यूब सिस्टम.

शिफ्टिंग में ऊहापोह की स्थिति पहले यह योजना बनी थी कि मेडिकल कॉलेज कैंपस में बन रहे नये अस्पताल में एमजीएम को शिफ्ट किया जायेगा और तब साकची स्थित एमजीएम अस्पताल का पुराना भवन टूटेगा, लेकिन मेडिकल कॉलेज के अस्पताल का काम अबतक पूरा नहीं हो पाया है. इस कारण शिफ्टिंग को लेकर ऊहापोह की स्थिति बनी रही.

इन कारणों से निर्माण में देरी

प्राक्कलित राशि बढ़ी अस्पताल निर्माण के लिए विभाग ने अक्तूबर 2022 में 3 अरब 96 करोड़ 69 लाख 98 हजार 900 रुपये की स्वीकृति दी थी. पुन प्राक्कलित राशि दिसंबर 2022 में बढ़ा कर चार अरब 34 करोड़ 46 लाख 700 कर दी गई.

एनओसी में देरी टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद मार्च 2023 में निर्माण एजेंसी ने इसे तोड़ने की प्रकिया शुरू की, लेकिन एमजीएम के पुराने और कंडम भवनों को तोड़ने के लिए विभाग की अनुमति और एनओसी जरूरी थी. इस कारण देरी हुई.

पुराने बिल्डिंग को तोड़ कर नया निर्माण होना है. विभाग की अनुमति मिल गई है और काम भी शुरू हो गया है.

- अभिषेक अग्रवाल, प्रोजेक्ट मैनेजर

Next Story