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कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम के जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल समाप्त हो गयी है
Jamshedpur : कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम के जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल समाप्त हो गयी है. इससे एक बार फिर पहले की तरह अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था पटरी पर लौटती दिखी. डॉक्टरों की दो दिनों की हड़ताल के बाद बुधवार को तीसरे दिन मरीजों की भारी भीड़ जुटी. इसकी मुख्य वजह अस्पताल की ओपीडी सेवा फिर से शुरू हो जाना रही. इस कारण इमरजेंसी वार्ड में मरीजों का भार भी कम हुआ है. इससे पहले दो दिनों तक ओपीडी बंद होने के कारण सामान्य बीमारी में भी मरीज सीधे इमरजेंसी पहुंच रहे थे. इससे अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था चरमरा सी गई थी. वहीं, सीनियर डॉक्टरों की परेशानी भी बढ़ गई थी.
दस दिनों में स्टाइपेंड मिलने का दिलाया गया भरोसा
इससे पहले एसडीओ संदीप कुमार मीणा ने हड़ताली जूनियर डॉक्टरों से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि जूनियर डॉक्टरों की स्टाइपेंड से संबंधित फाइल आगे बढ़ी है. जूनियर डॉक्टरों को अगले सप्ताह से दस दिन में स्टाइपेंड मिल जाने का भरोसा दिलाया गया. उसके बाद जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म कर काम पर वापस लौटने का निर्णय लिया. बता दें कि इन डॉक्टरों को पिछले पांच महीने से स्टाइपेंड नहीं मिला है. इसी से नाराज होकर उन्होंने हड़ताल पर जाने का फैसला किया था.
पूर्व मंत्री सरयू राय पहले ही कर चुके हैं पहल
इससे पहले मंगलवार को राज्य के पूर्व मंत्री सह जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने हड़ताल करनेवाले जूनियर डॉक्टरों से मुलाकात की थी. साथ ही उनकी उपस्थिति में राज्य के प्रभारी मुख्य सचिव से फोन पर बात करते हुए उसी दिन वित्त विभाग में संचिका भेजेंगे की बात कही थी. उनका यह प्रयास आखिरकार रंग लाया और उसी दिन एसडीओ के आश्वासन के बाद जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म कर दिया. इससे अस्पताल पहुंचनेवाले मरीजों को किस कदर राहत मिली है उसका अंदाजा बुधवार को अस्पताल में उमड़ी मरीजों की भीड़ को देखकर लगाया जा सकता है.जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल खत्म होते ही पटरी पर आई एमजीएम अस्पताल में चिकित्सा व्यवस्था, मरीजों की उमड़ी भीड़
Rani Sahu
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