सब रजिस्ट्रार संग कई सीओ भी जांच के दायरे में, सीओ करते रहे हैं हेराफेरी
जमशेदपुर न्यूज़: पूर्वी सिंहभूम जिला सब रजिस्ट्रार कार्यालय में 18 जनवरी को एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की जो छापेमारी हुई, वह सिर्फ ट्रेलर था. फिल्म आने वाले समय में देखने को मिलेगी. ऐसा इस छापेमारी को गहराई से जानने वाले बता रहे हैं.
उनका कहना है कि ऐसी छापेमारी की चपेट में दूसरे सब रजिस्ट्रार और कई जिलों के अंचलाधिकारी (सीओ) भी आने वाले हैं. एसीबी के पास सभी की सूची है. सिर्फ देखना है कि उन सभी के खिलाफ छापेमारी कब शुरू होती है. वैसे जानकार यह भी बताते हैं कि फिलहाल कुछ सब रजिस्ट्रार के खिलाफ जांच तत्काल नहीं होगी. लेकिन देर-सवेर वे भी चपेट में आएंगे. पूर्वी सिंहभूम में हुई छापेमारी में एसीबी को क्या मिला, यह तो अभी स्पष्ट नहीं हुआ है.
सीओ जमीन हेराफेरी में लिप्त रहे हैं. वे निजी स्वार्थ के लिए सरकारी जमीन को रैयती बनाने से भी नहीं चूकते हैं. पूर्वी सिंहभूम में ऐसे कई उदाहरण हैं. परंतु इनमें से एक चर्चित मामला अभी तक निष्पादित नहीं हुआ है. यह मामला 2017 का है. उलियान की 2.84 हेक्टेयर अनाबाद बिहार सरकार प्रकृति की जमीन तत्कालीन सीओ महेश्वर महतो और एडीसी सुनील कुमार पर रैयतों के नाम बंदोबस्त करने का आरोप लगा था. उसकी जांच हुई थी. हालांकि उसकी रिपोर्ट को आज तक सार्वजनिक नहीं किया गया.