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आईटीआई कैंपस परिसर स्थित (हेहल, रांची) बच्चों की सहुलियत के लिये बनाये गये बालगृह के संचालन के लिये सरकार सक्षम एजेंसी की तलाश में है
Ranchi : आईटीआई कैंपस परिसर स्थित (हेहल, रांची) बच्चों की सहुलियत के लिये बनाये गये बालगृह के संचालन के लिये सरकार सक्षम एजेंसी की तलाश में है. बालाश्रय में अनाथ और जरूरतमंद बच्चों का रख-रखाव और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाती है. इसके बेहतर संचालन के लिये रांची जिला प्रशासन ने योग्य और सक्षम एजेंसियों से आवेदन मांगे हैं. इच्छुक एजेंसी, संस्था 8 अगस्त तक आवेदन (EOI) कर सकती हैं. 17 अगस्त तक यह जमा होगा और इसी दिन इसे खोला जायेगा. चयनित एजेंसी को 5 सालों तक इसके संचालन का जिम्मा मिलेगा.
आवेदन से पहले रखना होगा ध्यान
गौरतलब है कि बालगृह में रखे जाने वाले बच्चों के मामले में कई प्रावधानों का भी पालन करना होता है. जुवेनाइल जस्टिस एक्ट 2015 (केयर एंड प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रेन एक्ट) और झारखंड स्टेट जुवेनाईल जस्टिस रूल 2017 (केयर एंड प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रेन रूल) का पालन अनिवार्य तौर पर करने का ध्यान रखना होता है. ऐसे में चयनित एजेंसियों से उम्मीद की जा रही है कि वे इन प्रावधानों को बखूबी समझती होंगी और इसका पालन करते हुए बालाश्रय का संचालन करेंगी.
जानकारी के लिये जिला बाल सुरक्षा यूनिट, समाहरणालय भवन, बी ब्लॉक, रूम नं 111, रांची के पते पर संपर्क किया जा सकता है. विस्तृत जानकारी http://www.ranchi.nic.in पर भी संपर्क कर सकते हैं.
विवादों के बाद बालाश्रय था बंद
ज्ञात हो कि 9 महीने पहले आईटीआई परिसर स्थित बालाश्रय को रांची डीसी के आदेश के बाद सील कर दिया गया था. यहां रह रहे सभी बच्चों को आदिम सेवा मंडल, निवारणपुर, रांची में भेजा गया. उस दौरान वहां 11 साल के एक बच्चे का पिछले 1 माह से यौन उत्पीड़न की शिकायत सामने आने के बाद बालाश्रय पर ताला लगा दिया गया था. 9 अक्टूबर 2021 को बालाश्रय की अधीक्षक ने जिला बाल कल्याण समिति को पत्र लिखकर मामले की जानकारी दी थी. इसमें कहा गया था कि यहां कार्यरत गार्ड शंभू प्रसाद लोहरा 11 साल के एक बच्चे के साथ अप्राकृतिक यौनाचार कर रहा है. इसके बाद सीडब्लूसी ने जांच की थी. मामले को सही पाया गया. शंभू को गिरफ्तार करने के अलावा प्रबंधन कमेटी को रद्द कर बिल्डिंग को सील कर दिया गया था. अब फिर से इसे खोले जाने की पहल हो रही है.
Rani Sahu
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