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पोड़ाहाट अनुमंडल कार्यलय भवन में शौचालय के गंदे पानी का रिसाव
Chakradharpur : पोड़ाहाट अनुमंडल कार्यकाल भवन के प्रवेश द्वार पर ही शौचालय के गंदे पानी का रिसाव होने के कारण यहां आनेवाले लोगों के साथ ही कर्मचारियों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. यह दिक्कत पिछले 4-5 दिनों से शौचालय के गंदे पानी का रिसाव होने के कारण हो रही है. इससे काफी दुर्गंध भी कार्यालय परिसर में फैल गयी है. दूसरी ओर पोड़ाहाट अनुमंडल कार्यालय भवन में एसडीओ व सीआरपीएफ के 60 बटालियन के कमांडेंट का भी कार्यालय मौजूद हैं. इसके बावजूद सुध लेने वाला कोई नहीं है.
बता दें कि चक्रधरपुर अनुमंडल कार्यालय में अपने कामों को लेकर पूरे अनुमंडल क्षेत्र से दिनभर हजारों की संख्या में लोग पहुंचते है. लेकिन गंदे पानी का रिसाव होने के कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसके साथ ही अनुमंडल कार्यालय में कार्यरत कर्मचारियों के लिए भी यह मुसीबत का सबब बना हुआ है. अनुमंडल कार्यालय भवन में ही केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल 60 बटालियन, पोड़ाहाट एसडीपीओ का कार्यालय, ट्रेजरी, रजिस्ट्री एवं अधिवक्ताओं का चेंबर, न्यायालय सहित कई विभाग यहां से संचालित होते हैं. इतने कार्यालय इस भवन में अवस्थित होने के बावजूद भी कार्यालय भवन की स्थिति खस्ताहाल है. पदाधिकारी रोजाना इसी मुख्य द्वार से आना-जाना करते है, बावजूद इस ओर किसी का ध्यान नहीं जाता है.
कार्यालय में कचरे का अंबार, शौचालय की स्थिति खस्ताहाल
यूं तो पूरे देश में स्वच्छता के नाम पर कई योजनाएं चलायी जा रही है. स्वच्छ भारत को लेकर कई कार्यक्रम किये गये. राजनेताओं एवं सरकारी पदाधिकारियों ने आमजनमानस को स्वच्छता का खूब पाठ पढ़ाया, लेकिन अजीब विडंबना है कि दूसरों को स्वछता का पाठ पढ़ाते-पढ़ाते सरकारी कर्मचारियों ने अपने कार्यालय भवन की ओर एक बार भी ध्यान नहीं दिया. पूरे कार्यालय परिसर में जगह-जगह कचरे का ढेर लगा हुआ है. यही नहीं, जगह-जगह पान के पीत भी दीवारों पर देखे जा सकते है. शौचालय की स्थिति तो और भी दयनीय है. ये स्थिति बीते कई वर्षों से चली आ रही है. जबकि प्रभार में कई आइएएस व आइपीएस अधिकारी भी रह चुके हैं.
दीवारों पर निकल गये है पीपल और बरगद के पेड़
अनुमंडल कार्यालय भवन के दीवारों में बरगद और पीपल के वृक्ष निकल गये है. इन वृक्षों के कारण भविष्य में इमारत को नुकसान भी हो सकता है. करोड़ों की लागत लगाकर इन सरकारी कार्यालयों को बनवाया गया है, मगर सरकार से लेकर सरकारी कर्मचारियों की उदासीनता की वजह से इन कार्यालय भवनों की स्थिति काफी खराब हो गयी है. कई कार्यलय तो खंडहर के रूप में तब्दील हो चुके है. अगर वक्त रहते इन कार्यालयों की देखरेख और मरम्मत नहीं की गयी तो, कभी भी कोई अप्रिय घटना घटने के अंदेशे से इंकार नहीं किया जा सकता है.

Rani Sahu
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