झारखंड

लालू प्रसाद फिर जाएंगे जेल या मिलेगी बेल? चारा घोटाले के सबसे बड़े मामले में थोड़ी देर में फैसला

Renuka Sahu
15 Feb 2022 4:53 AM GMT
लालू प्रसाद फिर जाएंगे जेल या मिलेगी बेल? चारा घोटाले के सबसे बड़े मामले में थोड़ी देर में फैसला
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फाइल फोटो 

बिहार झारखंड के चर्चित चारा घोटाला मामले में थोड़ी देर में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के भाग्य का फैसला आने वाला है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बिहार झारखंड के चर्चित चारा घोटाला मामले में थोड़ी देर में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के भाग्य का फैसला आने वाला है। यह तय हो जाएगा कि लालू यादव को बेल मिलेगी या उन्हे जेल जाना पड़ेगा। देश भर में लालू के समर्थकों और विरोधियों की नजर इस फैसले पर टिकी हैं। लालू प्रसाद रविवार को ही कोर्ट का फैसला सूनने के लिए रांची पहुंच चुके हैं। सीबीआई के न्यायाधीश एसके शशि की कोर्ट फैसला सुनाएगी। लालू प्रसाद की बेटी सांसद मीसा भारती भी रांची पहुंच चुकी हैं।

लालू प्रसाद यादव दो दिनों से रांची के स्टेट गेस्ट हाउस में ठहरे हुए हैं। गेस्ट हाउस में उनके समर्थकों का तांता लगा है। कुछ घंटे में यह तय हो जायेगा कि लालू प्रसाद रांची से कहां जाएंगे। बिहार के सियासत को अपनी गतिविधियों से नया जायका लाने वाले लालू यादव इसी तरह की महफिल के हीरो बने रहेंगे या एक बार फिर उन्हें यह सब कुछ छोड़कर जेल जाना पड़ेगा। आज चारा घोटाला के सबसे बड़े मामले डोरंडा ट्रेजरी से अवैध निकासी मामले में सीबीआई की स्पेशल कोर्ट अपना फैसला सुनाने वाली है। ‌इस मामले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और बिहार की राजनीति के बड़े नेता लालू प्रसाद यादव समेत 99 अभियुक्तों को कोर्ट ने तलब किया है। सभी रांची पहुंच चुके हैं।
ये है चारा घोटाला
लालू प्रसाद यादव के मुख्यमंत्री रहते 1990 से 95 के बीच बिहार के सरकारी खजाने के पशु चारा के नाम पर 950 करोड़ की अवैध निकासी हुई थी। इसका खुलासा 1996 में हुआ और जांच बढ़ने के साथ लालू प्रसाद पर आंच आ गयी। झारखंड में चारा घोटाले के कुल पांच मुकदमों में लालू प्रसाद यादव अभियुक्त बनाये गये। इनमें से चार मामलों में कोर्ट का फैसला आ चुका है। इन सभी मामलों में अदालत ने उन्हें दोषी करार देते हुए सजा सुनाई। चारा घोटाले के सबसे बड़े और पांचवें मामले में आज फैसला आने वाला है। यह केस रांची के डोरंडा कोषागार से 139 करोड़ रुपये की अवैध निकासी से जुड़ा है। इस मामले में शुरूआत में कुल 170 लोग आरोपी थे जिनमें से 55 आरोपियों की अबतक मौत हो चुकी है। जबकि सात आरोपी इस कांड के सरकारी गवाह बन गए। इस कांड के 6 आरोपी अभी भी कानून की पकड़ से बाहर हैं। आज मामले के 99 आरोपियों पर फैसला आने वाला है।
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