जमशेदपुर न्यूज़: कोल्हान विश्वविद्यालय को नैक की ओर से एक बार फिर सी ग्रेड ही मिला है. विवि को मिले अंक में भी कोई खास वृद्धि नहीं हुई है.
इस बार विवि को 1.88 सीजीपीए अंक प्राप्त हुए हैं. विवि को बी ग्रेड प्राप्त करने के लिए कम से कम 2.01 सीपीजीए अंक चाहिए थे, लेकिन नैक की टीम ने निरीक्षण के बाद विश्वविद्यालय में सुविधाओं को नाकाफी पाया, जिसके कारण लगातार दूसरी बार केयू को सी ग्रेड दिया गया. 23 से 25 जनवरी तक नैक टीम ने कोल्हान विवि का निरीक्षण किया था. यह नैक की सेकेंड साइकिल का निरीक्षण था. छह वर्ष पहले पहली निरीक्षण में भी विश्वविद्यालय को सी ग्रेड मिला था. उस समय विवि को 1.67 सीजीपीए अंक प्राप्त हुए थे. उम्मीद की जा रही थी कि इस बार कोल्हान विश्वविद्यालय के ढांचागत विकास व छात्र संख्या में वृद्धि को देख नैक की टीम प्रभावित होगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
विश्वविद्यालय को शिक्षकों व शिक्षकेतर कर्मचारियों को कमी का खामियाजा भुगतना पड़ा है. चूंकि विश्वविद्यालय में शिक्षकों के स्वीकृत पद 162 हैं. सिर्फ 23 स्थायी शिक्षक ही सेवारत हैं, इसलिए नैक टीम को लगा कि विवि में पढ़ाने के लिए शिक्षकों की घोर कमी है. इस कारण विवि को बेहतर अंक नहीं मिल सका. वहीं शिक्षक संघ का चुनाव नहीं करा पाना भी विवि की रैंकिंग घटाने का कारण बना. इसी के साथ एक्यूएआर व एसएसआर रिपोर्ट में प्लेसमेंट का अलग-अलग आंकड़ा देना भी विवि की ग्रेडिंग के लिए नकारात्मक साबित हुआ. अब फिर से विवि को बेहतर ग्रेड पाने के लिए अगले नैक निरीक्षण तक का इंतजार करना होगा.
केयू की तैयारियों से प्रभावित नहीं हुई टीम:
नैक टीम को प्रभावित करने के लिए कोल्हान विश्वविद्यालय में तमाम तैयारियां की गई थी. विवि परिसर में जिम से लेकर हेल्थ सेंटर तक खोले गए थे, लेकिन यह सब भी नैक की पांच सदस्यीय टीम को प्रभावित नहीं कर सकी. नैक निरीक्षण की पहली साइकिल के मुकाबले प्राप्त सीजीपीए अंक में महज 0.21 अंक का फर्क आया है. वहीं एसएसआर में 700 अंक मिले हैं.