झारखंड

किरीबुरू : 10 अक्टूबर से टीएसएलपीएल खदान में अनिश्चितकालीन आर्थिक नाकेबंदी

Renuka Sahu
6 Oct 2022 5:18 AM GMT
किरीबुरू : 10 अक्टूबर से टीएसएलपीएल खदान में अनिश्चितकालीन आर्थिक नाकेबंदी
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सप्ताहिक हाट-बाजार मैदान में टीएसएलपीएल खदान प्रबंधन के खिलाफ 10 अक्टूबर से प्रस्तावित अनिश्चितकालिन आर्थिक नाकेबंदी को लेकर ग्राम सभा की बैठक की गई.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। प्ताहिक हाट-बाजार मैदान में टीएसएलपीएल खदान प्रबंधन के खिलाफ 10 अक्टूबर से प्रस्तावित अनिश्चितकालिन आर्थिक नाकेबंदी को लेकर ग्राम सभा की बैठक की गई. बैठक सारंडा पीढ़ के मानकी लागुड़ा देवगम की अध्यक्षता में व गंगदा पंचायत के मुखिया सुखराम उर्फ राजू सांडिल और छोटानागरा पंचायत के उप मुखिया रमेश हंसदा की उपस्थिति में की गई. इस बैठक में सर्वसम्मति से उक्त आर्थिक नाकेबंदी को सफल बनाने का फैसला किया गया.

खदान प्रबंधन प्रभावित गांवों के शिक्षित बेरोजगारों को नहीं देती है रोजगार
इस संबंध में मानकी लागुड़ा देवगम ने बताया कि टीएसएलपीएल के अलावा सेल की किरीबुरू, मेघाहातुबुरु, गुवा व चिड़िया खदान प्रबंधन भी अपने-अपने खदानों में प्रभावित गांवों के शिक्षित बेरोजगारों को स्थायी अथवा ठेका मजदूर के रूप में रोजगार नहीं देती है. ऐसे प्रबंधन न सिर्फ प्रभावित गांवों के बेरोजगारों को प्राथमिकता के तहत रोजगार दें, बल्कि सीएसआर के तहत गांवों में तमाम प्रकार की बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु विकास कार्य प्रारम्भ करें. अगर खदान प्रबंधनें रोजगार व विकास कार्य नहीं करती है तो चरणबद्ध तरीके से सभी खदान प्रबंधनों के खिलाफ आंदोलन तेज किया जायेगा.
सेल की मेघाहातुबुरु खदान के कुमडीह पंप हाउस को अनिश्चितकालिन किया जाएगा बंद
उन्होंने बताया कि नवंबर माह में सेल की मेघाहातुबुरु खदान के कुमडीह पंप हाउस को अनिश्चितकालिन बंद पर पानी आपूर्ति बंद कर दी जाएगी. क्योंकि सेल प्रबंधन व ठेकेदार मिलकर खदान में बाहरी लोगों को रोजगार दे रहे हैं, जबकि प्रभावित गांवों के बेरोजगारों को रोजगार से वंचित कर रहे हैं. बैठक में राजाबेड़ा मुंडा, जामदेव चाम्पिया, जामकुंडिया मुंडा, कुशु देवगम, दुबिल मुंडा, सुकराम चाम्पिया, कुम्बिया मुंडा, सोमा चाम्पिया, लेम्ब्रे मुंडा, लेबेया देवगम, रोवाम मुंडा, बुधराम सिद्धू, रामो सिद्धू, भोंज चाम्पिया, दुईया मुंडा, जानुम सिंह चेरोवा, दोदारी मुंडा, मनबोध चाम्पिया, मम्मार मुंडा, धर्म गागराई, कोलायबुरु मुंडा, पोगोय बहंदा, सीटी गागराई, मंगल कुम्हार आदि दर्जनों मौजूद थे.
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