जमशेदपुर न्यूज़: कानपुर से गिरफ्तार अखिलेश सिंह गिरोह के गुर्गा कन्हैया सिंह को लेकर पुलिस जमशेदपुर पहुंची. जमशेदपुर लाने के बाद पुलिस ने उसके दोनों हाथ रस्सा से बांधकर साकची एसएसपी कार्यालय से साकची बंगाल क्लब मॉल लाइन तक पैदल ही घुमाया. कन्हैया सिंह को लेकर खुद सिटी एसपी के विजय शंकर घूम रहे थे. बंगाल क्लब से साकची जुबली पार्क रोड होते हुए उसे दोबारा एसएसपी कार्यालय में लाया गया और वहां से जेल भेज दिया गया.
एसएसपी से जब पूछा गया कि इस तरह से घुमाने का क्या मकसद था तो उन्होंने कहा कि गाड़ी की संख्या कम थी, इसलिए पैदल ले जाया गया. जबकि इसपर सिटी एसपी के विजय शंकर ने रोड में जब पैदल घुमाने का कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पेट्रोल खत्म हो गया था, इसलिए पैदल लेकर जा रहे हैं. इस बीच काफी संख्या में लोगों ने 19 मामलों में शामिल इस अपराधी को देखा. लोग एक गैंगस्टर का हश्र देखकर हतप्रभ थे.
चार नए मामले हैं दर्ज उसके बाद एसएसपी प्रभात कुमार ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि कन्हैया सिंह के खिलाफ चार मामले नए दर्ज थे, जिसमें उसपर वारंट था. वह व्यापारियों को डरा-धमका रहा था. होटल में खाना खाने के बाद पैसे नहीं देता था. और जब कोई कर्मचारी उससे पैसे मांगता तो उससे मारपीट की जाती थी. उसका अपराध लगातार बढ़ रह था, जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया.
बलबीर की गिरफ्तारी नहीं, पिस्तौल बरामद
एसएसपी ने बताया कि अखिलेश सिंह गिरोह के एक अन्य सदस्य बलबीर की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. कन्हैया सिंह के खिलाफ 19 मामले दर्ज हैं. वह फरार चल रहा था. सभी केस में आरोप पत्र दाखिल हो चुके हैं. चार मामले बचे हुए हैं. एक केस में आजीवन कारावास की सजा अदालत से सुनाई गई है, जिसमें उच्च न्यायालय से अपील में बाहर है. हाल के दिनों में लोगों को डराकर पैसा वसूली, जमीन पर कब्जा करना, अपना वर्चस्व कायम करने के लिए मारपीट करना, किसी होटल में जाकर खाना खाने के बाद पैसा नहीं देना और होटल वालों को धमकी देने का मामला था. एक मामले में कोर्ट में सरेंडर करने के लिए वह गया था, जिसमें उसके गिरोह के सदस्य हथियार लेकर गए थे. कन्हैया के बॉडीगार्ड अंशु चौहान को कोर्ट में ही हथियार के साथ पकड़ा गया. कन्हैया सिंह के पास से भी पिस्तौल बरामद की गई है.