झारखंड
अपराध पर झारखंड पुलिस मुख्यालय की रिपोर्ट, हत्या लूट की घटनाओं में हुआ इजाफा, महिलाओं के खिलाफ अपराध में कमी
Shantanu Roy
5 Nov 2021 12:41 PM GMT
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पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी अपराध के आकंड़ों के मुताबिक झारखंड में 2020 की तुलना में साल 2021 में हत्या,चोरी और लूट की घटनाओं में इजाफा हुआ है. वहीं महिलाओं के खिलाफ अपराध खासकर दुष्कर्म की घटना में कमी आयी है.
जनता से रिश्ता। पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी अपराध के आकंड़ों के मुताबिक झारखंड में 2020 की तुलना में साल 2021 में हत्या,चोरी और लूट की घटनाओं में इजाफा हुआ है. वहीं महिलाओं के खिलाफ अपराध खासकर दुष्कर्म की घटना में कमी आयी है. पुलिस मुख्यालय के आंकड़े ये साबित करते हैं कि झारखंड में संज्ञेय आपराधिक वारदातो को पुलिस कंट्रोल करने में सफल हो पाई है.
क्या है आंकड़े
झारखंड पुलिस मुख्यालय के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल यानी 2020 के जनवरी से सितंबर माह तक 46 हजार 795 संज्ञेय अपराध थानों में दर्ज हुए थे, वहीं 2021 में अब तक संज्ञेय अपराधों की संख्या घटकर 45 हजार 670 हैं. इसी अवधि में रांची रेंज के पांच जिलों रांची, सिमडेगा, गुमला, खूंटी और गुमला में हत्या के 342 केस दर्ज हुए हैं जबकि बच्चों के फिरौती के लिए अपहरण के छह, रोड डकैती के छह, गृहभेदन के 2 कांड दर्ज हुए हैं.
रांची प्रमंडल में अपराध में कमी
बात अगर रांची प्रमंडल की बात करें तो यहां बीते साल दुष्कर्म के 329 मामले दर्ज हुए थे, जबकि इस साल 308 केस दर्ज किए गए हैं. हजारीबाग रेंज में भी हत्या, गृहभेदन और दुष्कर्म की घटनाएं घटी हैं, लेकिन रोड रॉबरी की घटनाओं में इजाफा हुआ है. बोकारो प्रमंडल में हत्या और रोड रॉबरी की घटनाएं बढ़ी हैं. दुष्कर्म की घटनाओं में कमी आयी है. कोल्हान रेंज में हत्या की घटनाओं में इजाफा हुआ है वहीं दुष्कर्म की घटनाओं में बीते साल की तुलना में कमी आयी है. पलामू रेंज में हत्या के कांड में इजाफा हुआ है, रोड रॉबरी बढ़ी है, दुष्कर्म की वारदातों में कमी आयी है. दुमका रेंज में भी हत्या की घटनाएं बढ़ी है वहीं दुष्कर्म की वारदात में आंशिक कमी आयी है.
हत्या के मामले बढ़े
पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, नवंबर 2020 तक हत्या के 1हजार 426 मामले हुए थे, वहीं इस साल नवंबर 2021 तक 1 हजार 451 हत्या के मामले सामने आए हैं. इस तरह आंशिक बढ़ोतरी हत्या के कांड में दर्ज की गई है. डकैती के 88 कांडों की तुलना में इस साल महज एक केस की बढ़ोतरी के साथ 89 केस दर्ज किए गए है. लूट के 508 कांडों की तुलना में इस साल 538 केस दर्ज किए गए हैं. गृहभेदन के 1130 कांडों की तुलना में इस साल 1266 और चोरी के 7 हजार 138 कांडों की तुलना में इस साल 7 हजार 156 केस दर्ज किए गए हैं. फिरौती के लिए अपहरण के 15 कांडों के बजाय इस साल 31 कांड दर्ज हुए हैं.
दुष्कर्म की घटनाओं में कमी
राज्य पुलिस के रिपोर्ट के मुताबिक, नवंबर 2020 तक राज्य में दुष्कर्म के 1 हजार 361 केस दर्ज किए गए थे. हालांकि इस साल केस की संख्या घट कर 1 हजार 230 रही है.
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