झारखंड

झारखण्ड : बाबूलाल मरांडी की ताजपोशी पर JMM का तंज, कहा-'पार्टी से बाहर करने की प्लानिंग हो गई है'

Tara Tandi
15 July 2023 2:23 PM GMT
झारखण्ड : बाबूलाल मरांडी की ताजपोशी पर JMM का तंज, कहा-पार्टी से बाहर करने की प्लानिंग हो गई है
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बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के प्रदेश अध्यक्ष बनने पर सियासत तंज शुरू हो गयी है. एक ओर बीजेपी के सभी लोगों में उत्साह है तो दूसरी ओर जेएमएम ने बाबूलाल के ताजपोशी पर तंज कसते हुए कहा कि अगर बाबूलाल मरांडी कहे तो उनके लिए मोरहाबादी मैदान में कुतुबमीनार बना दिया जाएगा. सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि देश की सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी को 2019 के बाद अब तक एक भी ऐसा विधायक नहीं मिला जो विपक्ष का नेता बनाया जा सके. आखिर बाबूलाल मरांडी 14 वर्ष का वनवास खत्म कर बीजेपी में वापस आ गए. यह वही बाबूलाल है जिन्हें पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने झारखंड का कोढ़ बताया था.
सुप्रियो भट्टाचार्य ने बीजेपी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद तीसरी दुनिया से उठाकर बाबूलाल को प्रदेश अध्यक्ष बनाना पड़ा है,ऐसा हाल हो गया कि कोई जनाधार वाला नेता इनके पास नहीं बचा है. बीजेपी के लोग आदिवासी की बात करते है लेकिन आदिवासी पर पेशाब भी यही लोग करते है इससे साफ होता है कि मुह में राम बगल में छुरी वाला हाल है. बिहार में घेराव के नाम पर पुलिस पर मिर्चे का पावडर डालने का काम किया है.
सुप्रियो भट्टाचार्य (फाइल फोटो)
भट्टाचार्य ने आगे कहा कि NCP पर कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री ने घोटाले की पार्टी बताया था. लेकिन उसी NCP को तोड़ कर महाराष्ट्र सरकार में शामिल कर उन्हें मत्वपूर्ण विभाग में मंत्री बनाया गया. ऐसा ही हाल मध्यप्रदेश में हुआ है. अब बीजेपी के पास कोई नेता नहीं बचा है जो मुद्दे की बात सके. अब तोड़ जोड़ कर सरकार में बने रहना चाहते है.
बाबूलाल को बीजेपी से बाहर करने का किया गया है प्लान
सुप्रियो भट्टाचार्य ने आगे कहा कि बाबूलाल मरांडी के ताजपोशी के बाद मिलान समारोह का आयोजन किया गया. इस समारोह में बाबूलाल के पास कोई मुद्दा नहीं था वह कार्यकर्ता से खाने पीने की बात कर रहे थे. बीजेपी कई गुट में बटी गयी है. एक रघुवर ,दूसरी अर्जुन,तीसरी दीपक और चौथी बाबूलाल गुट है. ऐसे में बीजेपी के लिए एक बड़ी मुसीबत है. यह प्रयोग बाबूलाल को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाने के लिए किया गया है. बाहर का रास्ता बाबूलाल को दिखने भी लगा है. आज यह डर उनके चेहरे पर दिख रहा है.
झारखंड अलग राज्य खैरात में नहीं मिला
झारखंड अलग राज्य हमें खैरात में नहीं मिला है. झारखंड आंदोलन में सैकड़ो जान गई है. कइयों के घर टूटे है,जेल जाना पड़ा था तब हमें अलग राज्य मिला है. बीजेपी के साथ कभी झारखंड का आदिवासी मूलवासी नहीं जा सकता है. क्योंकि यहां के आदिवासी जानते है कि CNT SPT में किस तरह से छेड़छाड़ करने का काम बीजेपी ने किया है. बाबूलाल के लिए एक कुतुबमीनार मोरहाबादी मैदान में बना देते है. साथ ही प्रशासन से मांग किया कि बीजेपी कार्यालय के चारों ओर जाली लगा दे जिससे अगर बाबूलाल मरांडी बीजेपी कार्यालय के बिल्डिंग पर चढ़ कर खुद ना जाए. बाबूलाल से जनता 14 वर्ष का जवाब मांगेगी. जनता के पास सवाल है कि आखिर 6 /7 विधायक हर बार जनता ने उन्हें दिया और वह उसे बीजेपी के हाथों बेचते गए है,यह जवाब देना पड़ेगा.
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