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रांची (आईएएनएस)। झारखंड हाईकोर्ट ने जमशेदपुर सिविल कोर्ट में पेशकार (क्लर्क) राकेश कुमार पर शुक्रवार की शाम धारदार हथियार से कातिलाना हमले की घटना पर स्वतः संज्ञान लेते हुए शनिवार को अवकाश के बावजूद विशेष तौर पर सुनवाई की।
हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस संजय कुमार मिश्र की अध्यक्षता वाली खंडपीठ के आदेश पर राज्य के गृह सचिव अविनाश कुमार और डीजीपी अजय कुमार सिंह अदालत में उपस्थित हुए।
हाईकोर्ट ने उनसे इस गंभीर घटना और राज्य की अदालतों, जजों और कोर्ट कर्मियों में सुरक्षा के बारे में जवाब तलब किया। कोर्ट ने जमशेदपुर की घटना पर पुलिस की जांच और कार्रवाई को लेकर कई सवाल पूछे।
इस पर सरकार की ओर से बताया गया कि जिस व्यक्ति ने पेशकार पर हमला किया, उसे तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया है। वह ड्रग्स का आदी है। उनकी मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं है। पूछताछ में पता चला कि उसकी मंशा जेल जाने की थी, इसलिए उसने इस घटना को अंजाम दिया।
इस मामले में किसी बड़ी साजिश की आशंका नहीं है। सुनवाई के दौरान राज्य सरकार की ओर से हाईकोर्ट को बताया गया कि राज्य के 20 सिविल कोर्ट और चार सब डिविजनल कोर्ट में कुल 3293 सीसीटीवी कैमरे इन्स्टॉल कराए जाएंगे। यह काम इस वर्ष अक्टूबर महीने के अंत तक पूरा करा लिया जाएगा।
कोर्ट ने इस मामले में अगली सुनवाई 4 सितंबर को तय की है। उस दिन जमशेदपुर के डीसी और एसएसपी को वर्चुअल मोड में उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया है।
बता दें कि शुक्रवार की शाम लगभग करीब 5.45 बजे जमशेदपुर सिविल कोर्ट में एक युवक सुरक्षा व्यवस्था को धता बताते हुए एडीजे-1 के पेशकार (क्लर्क) राकेश कुमार पर धारदार हथियार चापड़ से हमला कर दिया।
इस हमले में वह गंभीर रूप से घायल हो गए। भागते हुए हमलावर को कोर्ट के कर्मियों ने पकड़ लिया। घटना की जानकारी मिलते ही प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनिल कुमार मिश्र, जमशेदपुर के एसएसपी सहित कई अफसर मौके पर पहुंचे और पकड़े गए युवक से पूछताछ की गई।
उसका नाम शाहिद बच्चा बताया गया है और वह जमशेदपुर के कदमा का रहने वाला है। उस पर पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। इस घटना के कुछ देर पहले ही जमशेदपुर सिविल कोर्ट में अलकायदा के आतंकी अब्दुल रहमान कटकी की पेशी हुई थी।
कुछ महीने पहले कोर्ट परिसर में गैंगस्टर अखिलेश सिंह का एक गुर्गा अंशु चौहान पिस्टल लेकर घुस गया था, जिसे मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने पकड़ लिया था।
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