
जनता से रिश्ता वेबडेस्क : झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने कहां की औद्योगिक विकास में उद्यमी अपनी जिम्मेदारी समझें और झारखंड के नवनिर्माण में अपनी महती भूमिका अदा करें। वे जमशेदपुर में एनआईटी के द्वारा आयोजित एकेडमिक सोशल रिस्पांसिबिलिटी विषय पर कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि उद्योगों के कारण कृषि योग्य भूमि समाप्त हो रही है। ऐसे में उद्यमियों की जिम्मेदारी बन जाती है कि वे राज्य के विकास में अपनी भूमिका अदा करें और ग्रामीण परिवेश को भी विकसित करें। हमें निस्वार्थ भाव से गांव का विकास करना होगा तभी देश का विकास हो सकता है।राज्यपाल रमेश बैस ने एनआइटी में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड का इतिहास सदियों पुराना है। अगर पृथ्वी का सबसे पहले टुकड़े की बात करें तो वह झारखंड की धरती है। यह शास्त्रों व रिसर्च से बात सामने आई है। साहिबगंज के फाजिल्स डायनासोर के जमाने का है। आजादी का पहला बिगुल भी झारखंड की धरती से हुआ था। झारखंड खनिज सपंदाओ से भरा पड़ा है। ऐसे झारखंड पर हमें गर्व होना चाहिए। गर्व होना चाहिए की हम झारखंड के रहने वाले हैं। आपको, हमें और हम सबको मिलकर इस झारखंड को विकास की पटरी पर सबसे अंतिम पायदान से टाप राज्यों में शुमार करना है। यह सिर्फ सरकार के अकेले के बस की बात नहीं है। सबको मिलकर प्रयास करना होगा।
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