झारखंड

झारखंड के राज्यपाल और सीएम ने नक्सली हमले में शहीद शशिभूषण तिर्की को दी श्रद्धांजलि

Deepa Sahu
13 Feb 2022 11:41 AM GMT
झारखंड के राज्यपाल और सीएम ने नक्सली हमले में शहीद शशिभूषण तिर्की को दी श्रद्धांजलि
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छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुए नक्सली हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट शांति भूषण तिर्की की शहादत पर झारखंड को गर्व है।

छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुए नक्सली हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट शांति भूषण तिर्की की शहादत पर झारखंड को गर्व है। रविवार को जैसे ही असिस्टेंट कमांडेंट का पार्थिव शरीर जैसे ही रांची एयरपोर्ट पर पहुंचा कि राज्यपाल और सीएम उन्हें श्रद्धांजली देने के लिए रवाना हो गए। एयरपोर्ट पर सीआरपीएफ के अधिकारियों द्वारा श्रद्धांजलि देने के बाद उन्हे सीआरपीएफ 133 बटालियन ले जाया गया। वहां शहीद की याद में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया जिसमें अन्य पदाधिकारियों के साथ साथ राज्यपाल रमेश बैस और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी पहुंचे। दोनों ने नम आखों से जांवाज शशिभूषण तिर्की को विदाई दी। बटालियन में उन्हें विधिवत श्रद्धांजलि दी गयी। इस मौके पर सीएम हेमंत सोरेन काफी भावूक दिखे। सीएम ने वहां मौजूद परिजनों से व्यक्तिगत रूप से मिलकर ढाढस बंधाया। उन्होने परिवार के एक बच्चे को गोद में उठा लिया तो सबकी निगाहें उनपर टिक गयीं और परिजन रोने लगे।

राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि भगवान शहीद शशिभूषण जी को अपने चरणों में स्थान दें और परिजनों को इस दुख को सहन करने की शक्ति हैं। राज्यपाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार से खुद बात करेंगे ताकि आगे से ऐसी कोई वारदात नही हो। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेने ने कहा कि इस शहादत पर हमें गर्व है। इससे सुरक्षा बलों के साहस कम नही हुआ बल्कि और बढ़ गया है। उन्होनें कहा कि सरकार सदैव शहीद के परिवार के साथ खड़ी रहेगी।
उग्रवादियों को मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं जवानशहीद शशिभूषण के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजली के बाद राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि देश की खातिर हमारा एक और वीर जवान शहीद हो गया । सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट एसबी तिर्की की शहादत कभी व्यर्थ नहीं जाएगी। उग्रवादी जिस तरह कायराना हरकत कर रहे हैं, उसका उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। झारखंड और छत्तीसगढ़ में उग्रवादियों का सुरक्षा बल के जवान डटकर मुकाबला कर रहे हैं ।ऐसे में अपने कर्तव्यों के निर्वहन के दौरान कभी-कभी जवान शहीद हो जाते हैं । आगे ऐसी घटना नहीं हो, इसके लिए सभी ठोस कदम उठाए जाएंगे । राजपाल ने कहा कि शहीदों के परिजनों की सहायता के लिए कमेटी गठन पर सरकार द्वारा विचार किया जा रहा है। उन्होंने भगवान से दिवंगत आत्मा को शांति और अपने चरणों में जगह देने की कामना की।
इस घटना से मर्माहत जरूर हुए हैं, लेकिन मनोबल में नहीं आएगी कोई कमीमुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के एक और वीर सपूत ने देश की रक्षा के लिए अपने को बलिदान कर दिया।उनकी शहादत पर हम सभी को गर्व है। उन्होंने कहा कि उग्रवादियों के इस तरह की कायराना हरकत से हम मर्माहत जरूर हुए हैं। हमने एक बार फिर अपने परिवार के एक सदस्य को खोया है, लेकिन इससे जवानों के मनोबल में कोई कमी नहीं आएगी। हमारे जवान और मजबूती तथा शक्ति के साथ ऐसे तत्वों को मुंहतोड़ जवाब देंगे। उग्रवादियों के नापाक इरादे को नेस्तनाबूद करेंगे ।मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी पूरी संवेदना शहीद के परिजनों के साथ है। उनकी मदद के लिए सरकार हमेशा उनके साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति और शोकाकुल परिजनों को दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की कामना ईश्वर की।
मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, एडीजी अभियान संजय आनंद लाटकर, सीआरपीएफ के झारखंड सेक्टर के आईजी राजीव कुमार समेत अन्य वरीय पदाधिकारी तथा शहीद की धर्मपत्नी पुष्पा मंजुला तिर्की एवं पिता स्टीफन तिर्की और अन्य परिजनों ने पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी।
बता दें कि शनिवार को छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुए नक्सली हमले में सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट शांति भूषण तिर्की शहीद हो गए। साथ ही अप्पाराव नामक एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया। तिर्की मूल रूप से सिमडेगा के बोलबा के थे। शनिवार सुबह सीआरपीएफ 168 बटालियन का बल रोड सुरक्षा ड्यूटी पर रवाना हुआ था। बासागुड़ा थाने के डोंगल चिंता नामक नाला के पास माओवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जवानों ने भी जवाबी फायरिंग की। मुठभेड़ में शांति भूषण शहीद हो गए वहीं अप्पाराव घायल हो गए। घायल को इलाज के लिए हेलीकॉप्टर से जगदलपुर भेजा गया है। जानकारी मिलते ही अतिरिक्त बल को मौके पर भेजा गया है। इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।


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