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गढ़वा जिले में पहले नक्सलियों का भय इतना था कि दूसरे जगह के खिलाड़ी आने में डरते थे, लेकिन जब से यहां नक्सल समाप्त हुआ है. इस जिले में एक अलग ही बयार बह रही है. हर क्षेत्र में पहले कभी बंदूक की गोलियों की तड़ताड़हट सुनाई दिया करती थी, लेकिन आज प्रकृति ने ऐसी करवट ली है कि अब हर जगह फुटबॉल, खिलाड़ी और फुटबॉल प्रेमियों की आवाजे गूंज रही है. लोगों पर अब फुटबॉल का बुखार चढ़ गया है. जिले के हर मैदान में आपको लोग अब फुटबॉल खेलते हुए नजर आ जाएंगे.
खेल प्रेमियों पर चढ़ा फुटबॉल का बुखार
झारखंड राज्य फुटबॉल संघ के तत्वाधान में आयोजित अंतर जिला फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन इस वर्ष गढ़वा जिले को मेजबानी करने के लिए मिला है. जिसके बाद से ही गढ़वा जिले में इनदिनों फुटबॉल का बुखार खेल प्रेमियों के बीच सर चढ़कर बोल रहा है. जिले के हर प्रखंड में फुटबॉल का क्रेज देखा जा रहा है. जिले के रामासाहू विद्यालय के मैदान से शुरू हुआ यह खेल अब पुरे जिले के हर मैदान में खेला जा रहा है. राज्य के सभी 24 वें जिले के खिलाड़ियों का जमवाड़ा लगा हुआ है.
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खेल प्रेमियों की आवाज से गुंजायमान हुआ इलाका
जहां कभी चारो तरफ जंगल ही जंगल दिखाई देता था. कभी यहां नक्सलियों की जन अदालत लगा करती थी. आज वही जगह खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों की आवाज से गुंजायमान हो रहा है. इस जगह पर लातेहार और खरसावां के बीच मैच खेला जा रहा था. जहां खरसावां ने लातेहार को 4-1 से शिखस्त दी है. जब जब खिलाड़ी खेल की प्रतिभा दिखा रहे थे तब तब खेल प्रेमियों का उत्साह अपने चरम पर था. इस मैच को बैठ कर खुद सूबे के पेयजल स्वक्षता मंत्री मिथलेश ठाकुर लुफ्त उठा रहे थे. जहां उन्होंने खरसावां के एक खिलाड़ी को मैन ऑफ द मैच के खिताब से नवाजा. खरसावां के राजू लोहरा ने बताया कि बहुत अच्छा लग रहा है. गढ़वा आकर यहां खेल का अच्छा माहौल है. वहीं, मंत्री मिथलेश ठाकुर ने कहा कि पुरे जिले के लोग अभी गढ़वा आये हुए है. फुटबॉल का अभी जिले में क्रेज है. राज्य के मुख्यमंत्री ने खेल पर विशेष धयान दिया है.
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