झारखंड

झारखंड: प्रदेश में ले चुके 1 करोड़ लोगों ने कोरोना वैक्‍सीन की दोनों डोज, 15 जनवरी तक 100% टीकाकरण का रखा गया लक्ष्‍य

Renuka Sahu
22 Dec 2021 6:25 AM GMT
झारखंड: प्रदेश में ले चुके 1 करोड़ लोगों ने कोरोना वैक्‍सीन की दोनों डोज, 15 जनवरी तक 100% टीकाकरण का रखा गया लक्ष्‍य
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फाइल फोटो 

कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट का लगातार फैलाव हो रहा है. भारत में भी ओमिक्रॉन संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट का लगातार फैलाव हो रहा है. भारत में भी ओमिक्रॉन संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं. देश के साथ ही झारखंड में भी इसको लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है. इस बीच, एक सुकून देने वाली सूचना सामने आई है. प्रदेश में 1 करोड़ से ज्‍यादा लोग कोरोना टीका का दोनों डोज ले चुके हैं. हालांकि, प्रदेश के स्‍वास्‍थ्‍य विभाग ने 15 जनवरी तक 100 प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्‍य रखा है. इस लक्ष्‍य को हासिल करने के लिए तकरीबन 24 दिन शेष हैं. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्‍या 15 जनवरी 2022 तक पूर्ण टीकाकरण का लक्ष्‍य हासिल किया जा सकेगा?

कोरोना वैक्‍सीनेशन को लेकर बुलेटिन जारी किया गया है. इसके अनुसार, 2.41 करोड़ लोग कोरोना टीका लेने के योग्‍य हैं. इनमें से 1,00,05,687 लोग टीके की दोनों खुराक ले चुके हैं. यह निर्धारित लक्ष्‍य का 41 फीसद है. प्रदेश में अभी तक 1.77 करोड़ लोग कोरोना टीका का पहला डोज ले चुके हैं. यह 100 फीसद टीकाकरण लक्ष्‍य का 74 प्रतिशत है. कोरोना वैक्‍सीनेशन के मामले में पूर्वी सिंहभूम का प्रदर्शन सबसे बेहतरीन है. जिले के 58 फीसद लोग दोनों डोज ले चुके हैं. झारखंड में जिस तरह से टीकाकरण अभियान चल रहा है, उससे यह उम्‍मीद जताई जा रही है कि शत प्रतिशत वैक्‍सीनेशन का लक्ष्‍य हासिल कर लिया जाएगा. हालांकि, लक्ष्‍य को हासिल करना मुश्किल जरूर है.
रेड कैटेगरी में 23 जिले
कोरोना वैक्‍सीनेशन के मामले में झारखंड के 24 में से 23 जिले रेड कैटेगरी में हैं. इन जिलों में आधी से भी कम आबादी का कोरोना टीकाकरण हुआ है. पूर्वी सिंहभूम पिंक कैटेगरी (50-60% टीकाकरण) में है. ऐसे में 15 जनवरी 2022 तक पूर्ण टीकाकरण का लक्ष्‍य हासिल करना प्रदेश के सवास्‍थ्‍य विभाग के लिए कतई आसान नहीं होगा. ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे को देखते हुए झारखंड सरकार 15 दिसंबर से टीकाकरण अभियान चला रहा है, ताकि ज्‍यादा से ज्‍यादा लोगों का वैक्‍सीनेशन किया जा सके.


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