झारखंड

जमशेदपुर प्रबंधन को बिना किसी सरकारी दस्तावेजों की व्यवस्था के, एमजीएम में कोई सरकारी दस्तावेज नहीं दिया गया है

SANTOSI TANDI
5 Oct 2023 6:57 AM GMT
जमशेदपुर प्रबंधन को बिना किसी सरकारी दस्तावेजों की व्यवस्था के, एमजीएम में कोई सरकारी दस्तावेज नहीं दिया गया है
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सरकारी दस्तावेजों की व्यवस्था के, एमजीएम में कोई सरकारी दस्तावेज नहीं दिया गया है
झारखण्ड एमजीएम अस्पताल में पीपीपी मोड पर संचालित मणिपाल हेल्थ मैप में सीटी स्कैन, अल्ट्रासोनोग्राफी और एक्सरे की दर में 15 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की गई है. मरीजों से नई दरों के अनुसार शुल्क लिया जा रहा है. लेकिन रेट बढ़ाने की जानकारी केंद्र के संचालक ने एमजीएम के अधीक्षक को नहीं दी है. यानी अस्पताल प्रबंधन को जानकारी दिये बगैर हेल्थ मैप ने चुपके से रेट बढ़ा दिया.
इस बारे में अधीक्षक डॉ. रवींद्र कुमार से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि रेट बढ़ाने को लेकर हेल्थ मैप ने किसी तरह की जानकारी नहीं दी. उससे इस बारे में पूछा जाएगा. हो सकता है कि हेल्थ मैप का एमओयू स्वास्थ्य मुख्यालय स्तर से है. इस कारण स्थानीय स्तर पर रेट बढ़ाने की जानकारी नहीं दी गई. 21 तरह के सीटी स्कैन, 21 तरह के एक्स-रे और 9 तरीके के अल्ट्रासाउंड में अब सामान्य मरीजों को एमजीएम में ज्यादा खर्च करना पड़ रहा है. पहले सामान्य सीटी स्कैन 900 रुपये में होता था, जो अब 1035 रुपये में होगा. वहीं, 120 रुपये में होने वाला एक्सरे अब 127 रुपये और 323 रुपये में होना वाला अल्ट्रासोनोग्राफी अब 500 रुपये में होगा. मरीजों की सुविधा के लिए मणिपाल हेल्थ मैप केंद्र के बाहर नई दरों की सूची लगा दी गई है. रेट बढ़ने से मरीजों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ रहा है.
एमजीएम में नहीं है सरकारी सीटी स्कैन की व्यवस्था
एमजीएम में सरकारी सीटी स्कैन नहीं रहने से लोगों को पीपीपी मोड पर संचालित केंद्र में जांच करना पड़ता है, जहां बाजार से कम दर पर जांच होती है. हेल्थ मैप प्रबंधन का कहना है कि नेशनल एक्रिडिएशन बोर्ड ऑफ हॉस्पिटल एंड हेल्थ केयर का सर्टिफिकेशन मिलने के बाद रेट में बढ़ोतरी की गई है. इस सर्टिफिकेशन के बाद यहां की रिपोर्ट की विश्वसनीयता और बढ़ गई है.
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