धनबाद न्यूज़: गोविंदपुर बाजार में ट्रैफिक जाम की समस्या लाइलाज बन गई है. गोविंदपुर थाने के सामने हर 10 मिनट के बाद वाहनों की लंबी कतार लग जाती है. बीते दो दशक से गोविंदपुर बाजार में ट्रैफिक जाम झेल रहे लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. ट्रैफिक जाम ने गोविंदपुर के आगे विकास की रफ्तार भी रोक दी है. गोविंदपुर से निरसा की ओर जानेवाले नेशनल हाइवे-2 की सड़क के किनारे न नए उद्योग लग रहे हैं और न ही कोई होटल-रिसॉर्ट खुल रहे हैं. वहीं गोविंदपुर के ऊपर बाजार से बाएं बरवाअड्डा-राजगंज की ओर जानेवाली नेशनल हाइवे सड़क पर लगातार नए उद्योग लग रहे हैं. बीते एक दशक में धनबाद में कई नए उद्योग और रिसॉर्ट नेशनल हाइवे के किनारे खुले, लेकिन जितने भी होटल, रिसॉर्ट या फैक्ट्री खोले गए, सभी बरवाअड्डा से राजगंज के आसपास ही खोले गए. ट्रैफिक जाम से बचने के लिए शहर के उद्योगपति इसी सड़क पर अपना नया उद्योग लगाना चाहते हैं. गोविंदपुर के जाम की वजह से कोई भी उद्योगपति अपने नए प्रोजेक्ट के लिए निरसा-मैथन की ओर नहीं बढ़ रहे हैं, जबकि गोविंदपुर से मैथन तक सड़क के किनारे हजारों एकड़ जमीन खाली पड़ी है.
आधा दर्जन होटल और रिसॉर्ट खोले गए गोविंदपुर के ऊपर बाजार से राजगंज तक पिछले दस साल में कई होटल और रिसॉर्ट खोले गए. वेडलॉक ग्रीन रिसोर्ट, विवाना बिजनेस होटल, पार्क लेन रिसॉर्ट, राजगंज में यमस जैसे बड़े होटल खोले गए. इससे लोगों को रोजगार मिला और शहर के लोग सैर-सपाटे के लिए लोग वहां जाने लगे. वहीं गोविंदपुर से निरसा की ओर ऐसा एक भी होटल या रिसॉर्ट नहीं खोला गया.
बरवाअड्डा-बराकर तक सिक्सलेन में गोविंदपुर शामिल नहीं
400 करोड़ की लागत से बरवाअड्डा किसान चौक से लेकर बंगाल के बराकर तक सड़क को सिक्स लेन किया जा रहा है. स्थानीय लोगों के विरोध की वजह से गोविंदपुर में सड़क चौड़ीकरण नहीं होगा. यहां प्रस्तावित फ्लाईओवर की योजना भी रद्द हो गई. गोविंदपुर और निरसा बाजार में सड़क सिक्स लेन नहीं की जाएगी. एनएचआई को दोनों ही जगहों पर चौड़ीकरण के लिए जमीन नहीं मिली है.
नेशनल हाइवे के किनारे प्लांट-स्कूल भी खोले गए
एनएच-2 सड़क पर बरवाअड्डा-राजगंज की ओर कई नए प्लांट और स्कूल खोले गए. शहर का पहला टीएमटी प्लांट, जय टीएमटी प्लांट भी बरवाअड्डा में भितिया मोड़ के समीप खोला गया. राजगंज में सड़क के किनारे बर्ड्स गार्डन, मोंटफोर्ट अकादमी जैसे बड़े स्कूल खोले गए. इससे लोगों को परेशानियां हो रही है.
गोविंदपुर में जाम की वजह से लोग निरसा-मैथन की ओर कोई इंडस्ट्री लगाना नहीं चाहते. जाम से बचने के लिए लोग बरवाअड्डा-राजगंज की ओर नया उद्योग लगाया जा रहा है. गोविंदपुर में फ्लाईओवर की योजना पर काम करना चाहिए.
- अमितेश सहाय, अध्यक्ष, झारखंड इंडस्ट्री एंड ट्रेड एसोसिएशन