होम्योपैथ डॉक्टर के सहारे पूरी रात रहता है जालान अस्पताल, शहर के बड़े निजी अस्पताल में नहीं मिले एमबीबीएस डॉक्टर
जमशेदपुर न्यूज़: शहर के बड़े प्राइवेट अस्पताल एशियन जालान में रात के समय एमबीबीएस डॉक्टर नहीं होते हैं. यहां रात की इमरजेंसी सेवा होम्योपैथ डॉक्टर के भरोसे होती है. सिविल सर्जन डॉ आलोक विश्वकर्मा के औचक निरीक्षण में यह खुलासा हुआ है. सिविल सर्जन की सुबह लगभग चार बजे निरीक्षण करने एशियन जालान पहुंचे. इस दौरान अस्पताल में कोई एमबीबीएस डॉक्टर नहीं मिले. इमरजेंसी में सिर्फ एक होम्योपैथ के डॉक्टर मौजूद थे. इस पर सिविल सर्जन ने नाराजगी जताते हुए कार्रवाई की बात कही है. हालांकि अस्पताल प्रबंधन का कहना था कि निरीक्षण के समय एमबीबीएस डॉक्टर मरीज को लेकर ओटी में गए हुए थे.
सिविल सर्जन ने बताया कि जालान अस्पताल को नेशनल एक्रीडिटेशन बोर्ड ऑफ हॉस्पिटल (एनएबीएच) से मान्यता मिली हुई है. 24 घंटे इमरजेंसी चलती है. वहां डॉक्टरों की टीम होनी चाहिए थी, लेकिन जांच में स्थिति एकदम उल्टी मिली. रात के समय कोई एमबीबीएस डॉक्टर तक नहीं रहते हैं. निरीक्षण के दौरान इमरजेंसी में सिर्फ एक होम्योपैथ के डॉक्टर थे. यह मरीजों की जान से खिलवाड़ करने जैसा है. इस मामले से वरीय अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है. अस्पताल प्रबंधन को स्पष्टीकरण किया जाएगा. पूछा जाएगा कि क्यों नहीं क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट का उनका रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया जाए. उनके जवाब पर आगे की कार्रवाई होगी. जरूरत पड़ी तो अस्पताल के खिलाफ एनएबीएच को भी लिखा जाएगा. सिविल सर्जन ने कहा कि वहां के सभी डॉक्टरों से जल्द सर्टिफिकेट मांग कर उसकी जांच की जाएगी. रात 11 बजे तोपचांची सीएचसी से शुरू हुआ यह निरीक्षण सुबह पांच बजे एशियन जालान हॉस्पिटल में आकर समाप्त हुआ. इस दौरान पांच सरकार व एक निजी अस्पताल का निरीक्षण किया.