राँची न्यूज़: झारखंड में गैर शैक्षणिक कार्य नहीं करने के आदेश के बावूजद शिक्षक गैर शैक्षणिक कार्य कर रहे हैं. इस पर स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने आपत्ति जताई है. शिक्षा सचिव के. रवि कुमार ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिला शिक्षा अधीक्षकों को ऐसे शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त रखने का निर्देश दिया है.
उन्होंने कहा कि गैर शैक्षणिक कार्यों के लिए शिक्षकों की प्रतियुक्ति प्रशासी विभाग की अनुमति या स्वीकृति या परामर्श के बगैर करने के मामले प्राय विभाग में आते हैं, जो गंभीर मामला है. इसलिए इन मामलों के अलावा अन्य दूसरे मामले के कारणों से प्रतिनियुक्त सभी शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाए. शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्य से अलग रखने के लिए पूर्व में भी निर्देश दिये गये हैं, उसका अनुपालन सुनिश्चित किया जाए. अगर अति विशिष्ट स्थिति में भी विभाग से पूर्वानुमति प्राप्त कर अन्य अवधि के लिए शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की जाए. शिक्षा सचिव ने स्पष्ट किया है कि शिक्षा के गुणात्मक विकास में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका है. शिक्षकों के अभाव को दूर करने के लिए शिक्षा विभाग इस दिशा में प्रयत्नशील रहा है. यह भी आवश्यक है कि कार्यरत शिक्षकों द्वारा सुचारू रूप से शैक्षणिक कार्य निष्पादित किया जाए. यह तब भी संभव है जब शिक्षक विद्यालयों में निर्धारित पूरी कार्यवधि में उपस्थित रहें.