झारखंड

रांची में PLFI के दो नक्सली पुलिस के हत्थे चढ़े, कई व्यवसायियों से लेते थे रंगदारी टैक्स

Renuka Sahu
5 Dec 2021 3:56 AM GMT
रांची में PLFI के दो नक्सली पुलिस के हत्थे चढ़े, कई व्यवसायियों से लेते थे रंगदारी टैक्स
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फाइल फोटो 

जंगल को छोड़ अब झारखंड के नक्सली शहरों का रुख कर रहे हैं, जिससे पुलिस की चुनौतियां भी लगातार बढ़ रही हैं, हालांकि कई मामलों में पुलिस को सफलता भी मिल रही है लेकिन उग्रवादियों की शहर में दस्तक खतरे की घंटी से कम नहीं.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जंगल को छोड़ अब झारखंड के नक्सली (Naxals) शहरों का रुख कर रहे हैं, जिससे पुलिस की चुनौतियां भी लगातार बढ़ रही हैं, हालांकि कई मामलों में पुलिस को सफलता भी मिल रही है लेकिन उग्रवादियों की शहर में दस्तक खतरे की घंटी से कम नहीं. रांची (Ranchi) के शहरों में उग्रवादियों की धमक की एक साजिश को पुलिस ने नाकाम कर दिया है और दो पीएलएफआई उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार उग्रवादियों में अनिल सोय और अजित सोय हैं. दोनों उग्रवादी नगड़ी इलाके में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के ठेकेदार से रंगदारी मांग रहे थे.

इसे लेकर नगड़ी थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी. जानकारी के अनुसार इन उग्रवादियों द्वारा संगठन विस्तार का काम भी इस इलाके में किया जा रहा था और पैसो के लिए ये नगड़ी और तुपदाना इलाके के व्यवसाइयों से लेवी वसूलने में जुटे थे. मामले की जानकारी देते हुए ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि इनके द्वारा कई लोगो से लेवी भी वसूली गई थी वहीं इनके पास से दो मोबाइल और पीएलएफआई के पर्चे भी बरामद हुए हैं. पुलिस फिलहाल इनसे पूछताछ कर रही है और अन्य आरोपियों की तलाश में भी जुटी हुई है.
बता दें कि लगातार इन दिनों राजधानी रांची के अंदर भी उग्रवादियों की धमक देखने को मिल रही है, ऐसे में पुलिस भी इसे लेकर सतर्क है. हाल के दिनों में नक्सलियों और उग्रवादियों की दस्तक शहरों में देखने को मिली है, हालांकि इन मामलों में पुलिस को सफलता मिली है. पिछले दिनों जहां रातु थाना क्षेत्र में लातेहार पुलिस ने एक उग्रवादी को एनकाउंटर के बाद दबोचा हालांकि इस कार्रवाई में पुलिस के हाथ से सुल्तान जिसे पुलिस पकड़ने पहुंची थी वो फरार हो गया था वहीं दूसरी तरफ नगड़ी थाना क्षेत्र से दो पीएलएफआई उग्रवादियों की गिरफ्तारी ने साफ कर दिया कि रांची में उग्रवादी एक्टिव हैं और पुलिस के लिए इनसे निबटना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं.
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