झारखंड

रांची में सगे भाई-बहन की भौरों के हमले से मौत, मां और बेटा गंभीर घायल

Renuka Sahu
6 Aug 2022 3:41 AM GMT
In Ranchi, brother and sister died due to attack of buffaloes, mother and son seriously injured
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फाइल फोटो 

रांची जिले के इटकी के मौसीबाड़ी मुहल्ले में भौरों के काटने से अफान आलम और मिरहा अक्शा की मौत हो गई।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रांची जिले के इटकी के मौसीबाड़ी मुहल्ले में भौरों के काटने से अफान आलम (सात वर्ष) और मिरहा अक्शा (दो वर्ष) की मौत हो गई। दोनों सगे भाई-बहन हैं। इस घटना में अफान की मां जमीला खातून व एक अन्य भाई सलमान (पांच) गंभीर रूप से घायल हैं। रांची के एक निजी अस्पताल में इनका इलाज चल रहा है। घटना गुरुवार शाम चार बजे की है।

घटना के बाद सभी घायलों को तत्काल रांची ले जाया गया। एक निजी अस्पताल के डॉक्टर ने दवा देकर सभी को घर भेज दिया। घर पर सभी की हालत बिगड़ने लगी, शुक्रवार सुबह सभी को पुन: रांची के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान पहले मिरहा की मौत हो गई। इसके तीन घंटे बाद अफान ने भी दम तोड़ दिया। मृतकों की मां जमीला को इलाज के बाद घर भेज दिया गया। जबकि सलमान का इलाज जारी है।
मकान की सीढ़ी पर भौंरों ने लगाया था छत्ता
इटकी के मौसीबाड़ी मुहल्ले में दो सगे-भाई बहन की मौत हो गई जबकि हमले में दोनों बच्चों की मां और एक भाई घायल हैं। घायलों का इलाज रांची के एक निजी अस्पताल में हो रहा है। परिजनों के अनुसार मकान की सीढ़ी में कुछ दिनों से भौंरों के झुंड ने छत्ता बना रखा था। भौंरों ने इतने दिनों तक किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया था। गुरुवार की शाम चार बजे भौंरों ने सज्जाद आलम के परिवार पर हमला बोल दिया। जबतक लोग संभल पाते भौंरों ने सभी को डंक मारकर घायल कर दिया।
भौंरों ने जिस समय हमला बोला अफान और मिरहा अक्शा मकान की छत पर खेल रहे थे। भौंरों के हमले के बाद दोनों सीढ़ी से नीचे भागने के क्रम में लुढ़कते हुए जमीन पर गिर पड़े। इधर, घटना की सूचना पर उप प्रमुख परवेज आलम और पूर्व जिला परिषद सदस्य मसूद आलम पीड़ित परिवार के घर पहुंचे और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। शुक्रवार की शाम साढ़े छह बजे इटकी कब्रिस्तान में दोनों बच्चों के जनाजे को सुपुर्दे-खाक किया गया। जनाजे में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
भौंरों के काटने पर क्या करें प्राथमिक उपचार
यदि भौंरा ने काट लिया हो तो डंक को बाहर निकाल दें। यह बहुत सावधानी से किया जाना चाहिए। किसी भी एंटीसेप्टिक के साथ कीटाणुरहित चिमटी का उपयोग करना बेहतर है। आपको जहर को निचोड़ने की कोशिश नहीं करनी चाहिए, अन्यथा घाव में संक्रमण हो सकता है।
प्रभावित स्थान पर एंटीसेप्टिक लगाएं
आइस पैक के साथ एक हीटिंग पैड को काटने की जगह पर 30 मिनट लगाएं बेकिंग सोडा (एक चम्मच प्रति एक गिलास पानी) या नींबू के रस के घोल से 15 मिनट का सेक बनाकर काटने की जगह पर अवश्य लगाएं।
तरल पदार्थ का सेवन करें
चीनी के साथ बड़ी मात्रा में पानी या चाय का सेवन करने से भौंरों का विषाक्त कम करने में मदद मिलेगी। यदि हालत बिगड़ती है तो तत्काल डॉक्टर बुलाएं।
बार-बार अचेत हो जा रही थी घायल मां
दो नौनिहालों की एक साथ मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। घायल मां बार-बार अचेत हो जा रही थी। पिता सज्जाद आलम पर दु:ख का पहाड़ टूट गया है। देखते ही देखते हंसता-खेलता परिवार बिखर गया। इससे क्षेत्र में मातम छा गया।
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